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मानसून की नमी से श‍िशु की गर्दन पर हो सकते हैं रैशेज, बचाव के ल‍िए अपनाएं ये 5 ट‍िप्‍स  

Baby's Neck Rashes: श‍िशु की गर्दन पर नजर आने वाले रैशेज खुजली का कारण बनते हैं। इससे बचने के ट‍िप्‍स जान लें।

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: Aug 22, 2023 17:55 IST
मानसून की नमी से श‍िशु की गर्दन पर हो सकते हैं रैशेज, बचाव के ल‍िए अपनाएं ये 5 ट‍िप्‍स  

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Baby's Neck Rashes Prevention Tips: मानसून के द‍िनों में नमी ज्‍यादा होती है। इस वजह से बीमारी और इन्‍फेक्‍शन का प्रकोप बढ़ जाता है। मानसून में स्‍क‍िन इन्‍फेक्‍शन के सबसे ज्‍यादा मामले सामने आते हैं। स्‍क‍िन इन्‍फेक्‍शन की समस्‍या बड़ों में ही नहीं बल्‍क‍ि बच्‍चों में भी देखने को म‍िलती है। मानसून में श‍िशु की गर्दन पर रैशेज होना एक कॉमन स्‍क‍िन प्रॉब्‍लम है। रैशेज होने पर त्‍वचा लाल हो जाती है, श‍िशु को बार-बार खुजली महसूस हो सकती है। जलन होने के कारण श‍िशु रोने लगते हैं। गर्दन पर नजर आने वाले रैशेज जब बढ़ने लगें, तो समझ जाएं क‍ि इन्‍फेक्‍शन गंभीर रूप ले रहा है। श‍िशु को रैशेज की समस्‍या से बचाने के ल‍िए कुछ आसान ट‍िप्‍स की मदद ले सकते हैं। इन ट‍िप्‍स को व‍िस्‍तार से आगे जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थित प्रांजल आयुर्वेद‍िक क्‍लीन‍िक के डॉ मनीष स‍िंह से बात की। 

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1. साफ-सफाई का ख्‍याल रखें- Keep Baby's Skin Clean 

श‍िशु की गर्दन पर होने वाले रैशेज इस बात की ओर संकेत करते हैं क‍ि श‍िशु की स्‍क‍िन साफ नहीं है। अगर आप श‍िशु को रोज स्नान नहीं करवा सकते तो त्‍वचा को साफ रखने के ल‍िए स्‍पंज करें। श‍िशु की त्‍वचा को साफ करने के ल‍िए गुनगुने पानी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।  

2. श‍िशु को साफ कपड़े पहनाएं- Choose Clean Clothes For Babies

मानसून में हर क‍िसी को साफ कपड़े पहनना चाह‍िए। इससे आप कई त्‍वचा रोगों से बच सकते हैं। श‍िशु की सेहत के साथ, तो साफ-सफाई का और भी ख्‍याल रखना चाह‍िए क्‍योंक‍ि शि‍शुओं का इम्‍यून‍ स‍िस्‍टम उतना मजबूत नहीं होता ज‍िसके कारण उन्‍हें बीमार‍ियां जल्‍दी अपनी चपेट में ले लेती हैं। आप श‍िशु को कॉटन फैब्र‍िक के कपड़े पहनाएं और हर द‍िन श‍िशु को फ्रेश कपड़े ही पहनाने चाह‍िए। इससे बैक्‍टीर‍ियल और फंगल इन्‍फेक्‍शन का खतरा कम होता है।    

3. श‍िशु को छूने से पहले हाथों को साफ करें- Clean Your Hands Before Touching Baby 

श‍िशु की गर्दन में रैशेज होने का एक कारण यह भी है क‍ि आप उसे गंदे हाथों से छूते या उठाते हैं। श‍िशु को हाथ में लेने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी की मदद से अच्‍छी तरह से साफ करें। जब भी आप श‍िशु को कुछ ख‍िलाएं, तो उससे पहले हाथों की सफाई पर गौर करें। गंदे हाथों से श‍िशु को छू लेने से आपके हाथों से जर्म्स, श‍िशु की त्‍वचा पर ट्रांसफर हो जाते हैं ज‍िससे इन्‍फेक्‍शन होता है।     

4. इन्‍फेक्‍शन के लक्षणों की जांच डॉक्‍टर से कराएं- Consult Doctor For Symptoms in Baby

श‍िशुओं की त्‍वचा नाजुक होती है। इसल‍िए क‍िसी भी असामान्‍य लक्षण के नजर आने पर उसका इलाज खुद से न करें। अगर श‍िशु की त्‍वचा लाल है या उसे तकलीफ हो रही है, तो पहले स्‍क‍िन रोग व‍िशेषज्ञ से सलाह लें। कई बार माता-प‍िता इन्‍फेक्‍शन को गंभीरता से नहीं लेते ज‍िससे समस्‍या बढ़ सकती है। श‍िशु को क‍िसी भी तरह की क्रीम या दवा देने से पहले डॉक्‍टर से सलाह लेना न भूलें। रैशेज या खुजली दूर करने के ल‍िए टैल्‍कम पाउडर के इस्‍तेमाल से भी बचना चाह‍िए। टैल्‍कम पाउडर में केम‍िकल्‍स की मात्रा ज्‍यादा होती है।

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5. श‍िशु की त्‍वचा में नमी न बनने दें- Prevent Skin Moisture in Babies      

मानसून के द‍िनों में नमी ज्‍यादा होने के कारण त्‍वचा पर च‍िपच‍िपाहट महसूस होती है। यह नमी श‍िशुओं की त्‍वचा पर भी नजर आती है। आप श‍िशु की त्‍वचा को स्पंज से क्‍लीन कर सकते हैं। त्‍वचा ज्‍यादा च‍िपच‍िपी रहेगी, तो बैक्‍टीर‍िया पनप सकते हैं और इन्‍फेक्‍शन का कारण बनेंगे। इन्‍फेक्‍शन से त्‍वचा पर रैशेज होने लगेंगे। इसल‍िए श‍िशु की त्‍वचा को नमी से बचाएं।    

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