Is IVF Possible After Menopause: तकनीकी में बदलाव आने से कई नामुमकिन चीजें भी पूरी हो पाई हैं। इसका सबसे बेहतर उदाहरण है आईवीएफ प्रक्रिया, जिसमें आर्टिफिशियल प्रक्रिया के जरिये अंडाशय को महिला के शरीर में डाला जाता है। आईवीएफ उन कपल्स के लिए एक उम्मीद की किरण की तरह है, जो लंबे समय से इनफर्टिलिटी से जूझ रहे थे। इसके जरिये कभी भी और किसी भी उम्र में कंसीव कर पाना आसान हो पाया है। लेकिन इसे कम उम्र में कराना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, जिससे असफल होने के खतरे कम हो। लेकिन क्या फिर मेनोपॉज के बाद आईवीएफ कराना मुश्किल है? क्या मेनोपॉज के बाद आईवीएफ कराने से कोई खतरा हो सकता है? ऐसे से कई प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए हमने बात कि ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ ईशा कपूर से, जिसे हम इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करेंगे।
पहले विस्तार से समझे आईवीएफ प्रक्रिया के बारे में- What Is IVF Treatment
आईवीएफ प्रक्रिया को टेस्ट ट्यूब बेबी टेक्निक भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया में शुक्राणु और अंडे को महिला के शरीर में फर्टिलाइज न करके, बल्कि लैब में तैयार किया जाता है। आईवीएफ की प्रक्रिया को पूरा होने में करीब 3 से 6 हफ्तों का समय लग जाता है। इसके बाद फर्टिलाइज अंडों को महिला की यूट्रस में ट्रांसफर किया जाता है। आमतौर पर यह प्रक्रिया सुरक्षित होती है। लेकिन कुछ मामलों में इसके साइड इफेक्ट्स भी देखे जा सकते हैं।
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क्या मेनोपॉज के बाद आईवीएफ कराना सुरक्षित है? Can IVF Be Successful After Menopause
मेनोपॉज के बाद हॉर्मोन बदलने लगते हैं और ऐसे में बॉडी ओव्युलेशन और नेचुरल तरीके से कंसीव करने के लिए तैयार नहीं होती। लेकिन आईवीएफ के जरिये मेनोपॉज के बाद भी हेल्दी प्रेग्नेंसी संभव है।
डॉ ईशा के मुताबिक मेनोपॉज के बाद भी आईवीएफ कराया जा सकता है और यह प्रक्रिया बिल्कुल सुरक्षित है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि महिला पूरी तरह से हेल्दी हो। वहीं मेनोपॉज के बाद भी आईवीएफ के लिए कुछ चीजों पर ध्यान देना भी जरूरी है, जैसे कि
महिला ओबेसिटी से ग्रस्त न हो, अन्यथा प्रेग्नेंसी में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
महिला को ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की समस्या न हो, अन्यथा आईवीएफ के विफल होने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
महिला डाइबिटीज या अन्य किसी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त न हो, अन्यथा प्रेग्नेंसी में समस्याएं हो सकती हैं।
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आईवीएफ कराने के लिए इन बातों का रखें ध्यान- Precautions To Be Taken After IVF
- तनाव से दूरी बनाए रखें क्योंकि इसका असर बच्चे और मां दोनों पर पड़ सकता है।
- बैलेंस डाइट लें और जंक फूड के सेवन से दूरी बनाएं रखें।
- एक्सरसाइज या, योग की आदत बनाएं और हल्की- फुल्की वॉक करना शुरू करें।
- हमेशा पॉजिटिव रहें और ज्यादा से ज्यादा समय अपनों के बीच बिताएं।