प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को बच्चे के जन्म के लिए कई तरह से तैयार होना पड़ता है। लेकिन, इस दौरान हुए बदलाव का असर उन्हें डिलीवरी के कुछ माह बाद तक देखने को मिलता है। हालांकि, पहली बार प्रेग्नेंट होने वाली महिलाओं को इन लक्षणों का अनुभव नहीं होता, इस वजह से वह घबरा जाती है। लेकिन, इस दौरान शरीर में होने वाले बदलाव कई कारणों से हो सकते हैं। इसी तरह डिलीवरी के बाद बार-बार पेशाब आना भी एक सामान्य लक्षण है। दरअसल, डॉक्टर की मानें तो डिलीवरी के दौरान मसल्स में आए स्ट्रेच के कारण वजाइनल मसल्स वीक हो जाती हैं। जिससे उनका ब्लैडर कंट्रोल कम हो जाता है। ऐसे में महिलाओं को बार-बार पेशाब जाने की समस्या हो सकती है। साईं पॉलिक्लीनिक अशोक नगर की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से जानते हैं डिलीवरी के बाद महिलाओं को बार-बार पेशाब आने के अन्य मुख्य कारणों क्या हो सकते हैं।
क्या डिलीवरी के बाद बार-बार पेशाब जाना सामान्य है? - Is it normal to urinate frequently after delivery?
जन्म देने के बाद पहले कुछ महीनों में महिालओं को बार-बार पेशाब आना एक आम समस्या है। इस समय कुछ महिलाओं का पेशाब भी निकल सकता है। पहले तीन महीनों के दौरान, जब आप खांसते, छींकते, हंसते या अपने बच्चे को उठाते हैं तो पेशाब आने या निकलने की समस्या हो सकती है। इस समय अधिक बार पेशाब जाना या अचानक तीव्र इच्छा होना भी सामान्य है।
नार्मल डिलीवरी के बाद बार-बार यूरिन आने के कारण - Causes Of Frequent Urination After Normal Delivery In Hindi
डिलीवरी के बाद हार्मोनल बदलाव
डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर अपने नॉर्मल रूटिन में आ रहा होता है, ऐसे में उनके शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन होता है, जो यूरिनरी ट्रैक्ट को आराम देता है। डिलीवरी के बाद जब हार्मोन सामान्य होता है, तो इस दौरान ब्लैडर में संवेदनशीलता बढ़ सकती हैं। इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है।
सूजन होना
नॉर्मल डिलीवरी के दौरान पेल्विक एरिया पर सूजन हो सकती है। यह सूजन यूरिनरी ट्रैक्ट और आसपास के टिश्यू को प्रभावित करती है। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट की क्षमता में कमी आती है। जिससे महिलाओं को बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा होती है।
गर्भाशय में बदलाव
नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिलाओं का गर्भाशय दोबारा से सिकुड़ना शुरू करता है। इस सिकुड़ने की प्रक्रिया के दौरान ब्लैडर पर दबाव पड़ता है। जिससे ब्लैडर को बार-बार खाली करने की जरूरत होती है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान जब महिलाओं के शरीर में ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है, इससे गर्भाशय में कॉन्ट्रैकशन होता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई)
डिलीवरी के बाद कुछ महिलाओं को हार्मोनल बदलाव के कारण यूटीआई की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसमें महिलाओं को बार-बार पेशाब आना या पेशाब में जलन महसूस होती है। इस दौरान आपको तुरंत अपने डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों में दबाव पड़ना
डिलीवरी के दौरान जब बच्चा बाहर आता है, तो महिलाओं के पेल्विक फ्लोर में खिंचाव होता है। इस दौरान महिलाओं की मांसपेशियों में चोट लग सकते हैं, जिसको ठीक होने में कुछ सप्ताह का समय लगता है। ऐसे में महिलाओं को बार-बार पेशाब जाने की परेशानी हो सकती है।
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डिलीवरी के बाद का समय महिलाओं के लिए चुनौती भरा होता है। ऐसे महिलाओं को डाइट में बदलाव के साथ ही घरवालों के सदस्यों को सपोर्ट की भी जरूरत होती है। इसके अलावा, किसी भी तरह की समस्या में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।