Reasons For Lack of Sleep In Babies: जन्म के लेकर एक साल की उम्र तक बच्चे के शरीर में कई बदलाव आते हैं। इस दौरान बच्चों को खास देखभाल की जरूरत होती है। साथ ही बच्चे के खाने-पीने और सोने की आदतों में भी बदलाव देखने को मिलता है। कुछ बच्चों को बहुत कम नींद लेने की आदत होती है। ऐसे में बच्चे या तो बहुत कम सोते हैं या थोड़ी-थोड़ी देर में उठते रहते हैं। इस कारण कई पेरेंट्स परेशान भी हो जाते हैं कि क्या यह नॉर्मल है या उनके बच्चे को कोई स्वास्थ्य समस्या तो नहीं? इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए हमने बात कि गुरुग्राम के सीके बिरला अस्पताल से नियोनेटोलॉजी और पीडियाट्रिक कंसल्टेंट डॉ. श्रेया दुबे से।
पहले जानिए एक साल से छोटे बच्चे को कितने घण्टे सोना चाहिए?
बच्चे को आस-पास की चीजें देखने और खेलने से काफी थकावट हो जाती है, जिससे 9 से 10 घंटे की नींद लेना उनके लिए जरूरी होता है। यह बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी माना जाता है। अधिकतर बच्चे दिन में ज्यादा नींद पूरी करके रात में कम सोते हैं, ऐसे में उनका स्लीप पैटर्न उसके मुताबिक बन जाता है।
क्या शिशुओं को कम नींद आना नॉर्मल है? Is It Normal For Newborn To Sleep Less
इस प्रश्न का उत्तर देते हुए एक्सपर्ट बताती है कि एक साल से छोटे बच्चे को कम नींद आना बिल्कुल नॉर्मल है। दरअसल, इस दौरान दौरान बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास हो रहा होता है। ऐसे में बच्चे के शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिनमें कम नींद आना भी शामिल है।
शिशुओं को कम नींद आने के क्या कारण होते हैं? Causes of Lack of Sleep In Babies
ब्रेन डेवलपमेंट
एक साल से कम उम्र के दौरान शिशुओं का ब्रेन डेवलपमेंट तेजी से हो रहा होता है। ऐसे में बच्चे का मस्तिष्क ज्यादा उत्सुक रहता है, जिस कारण उसे ठीक से नींद नहीं आ पाती है। इस दौरान बच्चे के शरीर में ग्रोथ हार्मोन रिलीज हो रहे होते हैं, जिसके कारण बच्चा ज्यादातर समय परेशान रहता है।
बच्चों के दांत निकालना
छह माह की उम्र के बाद बच्चे के दांत निकालना शुरू हो जाते हैं। ऐसे में बच्चे के मसूड़ों में इरिटेशन होती है और बच्चा नींद में बार-बार परेशान होने लगता है। ऐसे में बच्चे को कम नींद लेने की आदत हो सकती है।
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बुरे सपने आना
एक साल से कम उम्र में बच्चा कई सारी चीजें एक साथ सीख रहा होता है। ऐसे में उसका ब्रेन डेवलप हो रहा होता है, इसलिए उसे अजीब सपने आने लगते हैं। यह चीजें भी बच्चे की नींद में बाधा डालने का कारण बनने लगती हैं।
चीजों को खोने का डर
इस दौरान बच्चा नई-नई चीजें सीख रहा होता है। ऐसे में उसे डर रहता है कि वह कोई चीज मिस न कर दें। इसलिए उसे अपने आप ही कम नींद आती है।
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चलते-चलते
ऐसे में पेरेंट्स को कुछ समय के लिए अपना लाइफस्टाइल बच्चे के मुताबिक करने की जरूरत होती है। जिससे वह अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय व्यतीत कर सके।