आज के समय में हर व्यक्ति काले घने और मुलायम बाल पाना चाहता है। लेकिन, इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को बालों की देखभाल का समय ही नहीं मिल पाता है। ऐसे में बालों तेजी से डैंड्रफ, कुपोषण और इंफेक्शन की वजह से झड़ने लगते हैं। जब बाल तेजी से झड़ते हैं तो इसकी वजह से व्यक्ति को कई तरह समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुछ लोग तो बाल झड़ने की वजह से डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। जबकि, बालों पर समय रहते ध्यान दिया जाए तो काफी हद से कई समस्याओं से बचा जा सकता है। हेयर एक्सपर्ट की मानें तो माइक्रो माइक्रो ब्रेकेज हेयर ग्रोथ को धीमा कर सकती है। आगे जानते माइक्रो ब्रेकेज क्या होती हैं और इससे हेयर ग्रोथ पर क्या असर पड़ता है।
माइक्रो ब्रेकेज क्या होती है?
माइक्रो ब्रेकेज में बाल शाफ्ट के साथ टूटते हैं। वैसे, हमारा ध्यान बालों पर तब जाता है, जब वह दोमुंहें होने लगते हैं या बेहद पतले हो जाते हैं। वहीं, माइक्रो ब्रेकेज के कई कारण हो सकते हैं। बालों को स्ट्रेट करने के लिए ज्यादा गर्म मशीन का उपयोग करना, बालों पर ध्यान न देना व बालों पर केमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना आदि माइक्रो ब्रेकेज की वजह हो सकते हैं। इस तरह से माइक्रो ब्रेकेज आपके बालों की ग्रोथ को प्रभावित कर सकता है। इस तरह बालों के टूटने से बालों की शाफ्ट के ऊपरी हिस्से तेजी से कमजोर होने लगते हैं।
हेयर ग्रोथ साइकिल क्या है?
हेयर ग्रोथ पर माइक्रो ब्रेकेज के प्रभाव को समझने से पहले, बालों के नेचुरल साइकिल को समझना आवश्यक है। बाल तीन मुख्य स्टेज से गुजरते हैं, जिन्हें आगे बताया गया है।
एनाजेन चरण (Anagen Phase)
यह ग्रोथ फेस है, जहां बालों के रोम सक्रिय रूप से नई बाल कोशिकाओं का उत्पादन करते हैं। यह आपके बालों की लंबाई निर्धारित करते हुए दो से सात साल तक रह सकते हैं।
कैटाजेन चरण (Catagen Phase)
इस फेस में बालों का विकास धीमा हो जाता है, और बालों के रोम सिकुड़ जाते हैं। यह फेस लगभग दो से तीन सप्ताह तक चलता है।
टेलोजन चरण (Telogen Phase)
इसे रेस्टिंग फेस कहा जाता है, इसमें आपके हेयर फोलिक्स लगभग तीन से चार महीने तक निष्क्रिय (बिना बदलाव) रहते हैं। इस फेस के बाद, पुराने बाल झड़ जाते हैं और चक्र नए सिरे से शुरू होता है।
माइक्रो ब्रेकेज और हेयर ग्रोथ
हालांकि, माइक्रो ब्रेकेज ज्यादा खतरनाक नहीं होता है, फिर भी यह आपके हेयर ग्रोथ को प्रभावित कर सकता है। बालों की शाफ्ट तीन परतों से बनी होती है: क्यूटिकल, कॉर्टेक्स और मेडुला। बालों की सुरक्षात्मक बाहरी परत माइक्रो ब्रेकेज बालों के स्ट्रैंड को कमजोर कर देती है। इससे बाल तेजी से टूट सकते हैं। ऐसे में टेलोजन चरण के दौरान टूटने या झड़ने से पहले एनाजेन फेस के दौरान कमजोर बाल अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाते हैं। बार-बार टूटने का यह चक्र संभावित रूप से बालों की हेयर ग्रोथ को प्रभावित करता है।
बालों की हेयर ग्रोथ को कैसे ठीक करें
बालों को हेल्दी बनाने के लिए माइक्रो ब्रेकेज की समस्या को रोकना आवश्यक होता है। आगे जानते हैं इसे मैनेज करने का तरीका।
- गीले बालों पर कंघी न करें: अपने बालों की देखभाल करते समय जब वे गीले हों, तो उनमें तेजी से कंघी न करें। बालों की उलझन के लिए चौड़े दांतों वाली कंघी का उपयोग करें और बालों पर जोर न आजमाएं। बालों को हल्के हाथों से सुलझाने के प्रयास करें।
- हीट स्टाइलिंग: हीट स्टाइलिंग टूल्स का उपयोग सीमित करें और अपने बालों में कोई भी हीट लगाने से पहले हमेशा हीट प्रोटेक्टेंट (heat protectant) का उपयोग।
- नियमित ट्रिम्स: इस धारणा के विपरीत कि बालों को ट्रिम करने से विकास में बाधा आती है, नियमित ट्रिम्स से दोमुंहे सिरों को बालों की जड़ों तक बढ़ने और सूक्ष्म रूप से टूटने से रोका जा सकता है।
- डाइट में बदलाव करें : बालों की जड़ों को मजबूत बनाने के लिए डाइट में पोष्टिक चीजों का इस्तेमाल करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। साथ ही प्रोटीन युक्त आहार का सेवन अधिक करें।
- बालों को टाइट न बाधें : बालों को ज्यादा टाइट न बांधे इससे भी बालों के ब्लड सर्कुलेशन पर प्रभाव पड़ता है और बालों की जड़े कमजोर होने लगती हैं।
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बालों की समस्याओं को दूर करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करें। साथ ही, योग व ध्यान करने से ब्रेन के तक ब्लड पहुंचने में मदद मिलती है। इससे बालों को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण मिलता है। जिससे बालों की समस्याएं दूर होती है।