
Foods To Avoid During IVF Treatment In Hindi: आपको बता दें कि खानपान संबंधी अब तक ऐसा कोई रिसर्च या अध्ययन नहीं हुआ है, जिससे यह पता चले कि आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान क्या खाना ज्यादा लाभकारी होता है। लेकिन विशेषज्ञ इस बात का समर्थन करते हैं कि अगर आप अच्छी डाइट लेंगे, तो इससे वीर्य और अंडे का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। याद रखें कि स्वस्थ गर्भावस्था प्राप्त करने के लिए अंडे और शुक्राणु का स्वस्थ रहना जरूरी है। हालांकि इसका सीधा संबंध आपके खानपान से नहीं है, लेकिन किस तरह का आहार आप लेते हैं, यह बात मायने रखती है। इसलिए विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान आप क्या खाते हैं, इस पर नजर रखना जरूरी है। साथ ही, आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान ऐसा कुछ नहीं खाना चाहिए, जिससे वजन बढ़ जाए या काफी ज्यादा वेट लॉस हो जाए। दोनों ही स्थिति प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। कुल मिलाकर कहने की बात यही है कि आप क्या खा रहे हैं, इस पर नजर रखें। अपने आहार और पोषक तत्वों पर ध्यान दें ताकि आईवीएफ ट्रीटमेंट के जरिए गर्भधारण करने में मदद मिले। इस संबंध में विस्तार से जानकारी दे रही हैं डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी।
पनीर या चीज
आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान पनीर या चीज से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए। खासकर जो मोल्ड चीज होती है, उन्हें आईवीएफ ट्रीटमेंट करवा रही महिलाओं को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। चीज या पीनर खाने की वजह से महिलाओं को लिस्टेरिया संक्रमण (एक प्रकार की खाद्य जनित बैक्टीरियल बीमारी) हो सकता है। यह ऐसी बीमारी है, जो गर्भवती महिलाओं को आसानी से हो सकती है। अपने स्वास्थ्य को सही रखने के लिए चीज या पनीर से दूरी बना लेना सही रहेगा।
आर्टिफिशियल शुगर
माना जाता है कि सामान्य और स्वस्थ लोगों को भी आर्टिफिशियल शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए। असल में आर्टिफिशियल शुगर में सैकरीन का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक कार्बनिक यौगिक होता है। यह यौगिक मीठे का आभास कराता है। विशेषज्ञों की मानें तो सैकरीन आधारित मिठास आईवीएफ की सफलता दर को कम कर सकती है। इसलिए जो महिलाएं आईवीएफ ट्रीटमेंट से गुजर रही हैं, उन्हें इसका सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। आर्टिफिशियल शुगर के बजाय, किसी भी प्राकृतिक मिठास वाले सिरप का उपयोग किया जा सकता है।
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रिफाइंड शुगर
रिफाइंड शुगर को, शुगर के प्राकृतिक स्रोत से निकालकर बनाया जाता है। भले इसके सेवन के बाद आपको खुशी का अहसास होता है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए सही नहीं माना जाता है। दरअसल, रिफाइंड शुगर बनाने की प्रक्रिया में उस पदार्थ विशेष के अंदर से सभी तरह के पोषक तत्वों को निकाल दिया जाता है और इसमें जीरो कैलोरी होती है। इस तरह की चीजों का सेवन करने की वजह से शुगर लेवर को संतुलित करने के लिए लिवर पर अधिक इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए दबाव पड़ता है। शरीर के अंगों पर पड़ने वाले इस दबाव का असर फर्टिलिटी प्रोसेस पर पड़ने लगता है।
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सी फूड्स
यह सच है कि समुद्री भोजन, प्रोटीन और आवश्यक फैटी एसिड का एक अच्छा स्रोत है। लेकिन कच्चा या आधा पका हुआ समुद्री भोजन खाने से संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा, सी फूड्स में मर्करी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो भ्रूण के विकास में समस्या पैदा करता है। मर्करी की वजह से बच्चे में जन्मजात बीमारियां भी हो सकता है। इसलिए आईवीएफ ट्रीटमेंट करवा रही महिलाओं को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
कैफीन
आईवीएफ ट्रीटमेंट करवा रही महिलाओं को कैफीन और चाय का सेवन भी कम मात्रा में करना चाहिए। विशेषज्ञों की मानें, तो कैफीन के सेवन से आईवीएफ ट्रीटमेंट पर कुछ खास असर नहीं पड़ता। इसका कोई जोखिम भी नहीं है। लेकिन कुछ अध्ययन यह साबित करते हैं कि प्रतिदिन 1-2 कप से अधिक कॉफी पीने की वजह से गर्भपात की दर बढ़ जाती है। विशेषकर गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में कैफीन इस रिस्क को बढ़ा सकता है।
कच्चा अंडा
आईवीएफ ट्रीटमेंट करवा रही महिलाओं को कच्चा अंडा नहीं खाना चाहिए। दरअसल, इसमें साल्मोनेला नाम का एक वायरस होता है। यह वायरस फूड पॉइजनिंग की वजह बन सकता है। इसलिए अगर ट्रीटमेंट करवा रही महिला, इसका सेवन करती है, तो इससे उसकी तबियत बिगड़ सकती है। खराब स्वास्थ्य, ट्रीटमेंट में बाधा उत्पन्न कर सकता है। अगर आपको अंडा खाना पसंद है, तो बेहतर होगा कि उसे अच्छी तरह पका लें। इसके बाद ही इसका सेवन करें।
इनसे भी रहें दूर
उपरोक्त बताए गए खाद्य पदार्थ के अलावा आप निम्न चीजों से भी दूरी बना सकते हैं, जैसे-
- फुल-फैट मिल्क
- ऐसी मछलियां जिसमें मर्करी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है
- प्रोसेस्ड मीट
- शराब
- कार्बोनेटेड ड्रिंक, जिसमें शुगर का स्तर ज्यादा हो
- सिगरेट
- कच्चा मांस या मछली
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