Is It Safe To Drink Turmeric Milk While Pregnant: जब भी हम सर्दी-खांसी और फ्लू जैसी समस्याओं की चपेट में आ जाते हैं, तो मम्मी रात में सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध जरूर देती है। इसके अलावा चोट लगने या एक्सिडेंट होने पर भी आपने अक्सर लोगों को हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देते देखा होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह संक्रमण को बढ़ने से रोकता है और सूजन भी कम करता है। इसके अलावा, इम्यूनिटी से लेकर हड्डियों व मांसपेशियों को मजबूत बनाने तक नियमित हल्दी वाला दूध पीने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं। दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी, डी के साथ ही कई अन्य जरूरी पोषक तत्व बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं। वहीं हल्दी की बात करें, तो इसमें करक्यूमिन नामक एक्टिव कंपाउंड होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं। इसके अलावा, हल्दी एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भी भरपूर होती है। इसलिए हमेशा यह सलाद दी जाती है कि रोज एक गिलास दूध में चुटकी भर हल्दी भर मिलाकर जरूर पीना चाहिए।
लेकिन जब प्रेगनेंसी के दौरान हल्दी वाला दूध पीने की बात आती है, तो महिलाएं इस बात को लेकर काफी कंफ्यूज रहती हैं कि क्या हल्दी दूध का सेवन उनके लिए सेफ है? या कहीं हल्दी वाली दूध पीने से उनके बच्चे पर तो इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा? ऐसी स्थिति में महिलाएं जब प्रेगनेंसी के दौरान बीमार पड़ जाती हैं, तो वे हल्दी वाले दूध का सेवन नहीं करती हैं। ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि प्रेगनेंसी में हल्दी वाला दूध पीना चाहिए या नहीं? डॉ. एम. राम्य कबिलान (Obstetrician-Gynecologist) ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विस्तार से बताया है। इस लेख में हम इस विषय पर उनकी क्या राय है...
क्या प्रेगनेंट महिलाओं को हल्दी वाला दूध पीना चाहिए- Is It Safe To Drink Turmeric Milk During Pregnancy In Hindi
डॉ. एम. राम्य कबिलान के अनुसार, "प्रेगनेंट महिलाएं मोडरेशन में हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकती हैं, लेकिन हल्दी का अधिक सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नुकसानदायक हो सकता है। मोडरेशन और सीमित मात्रा में इसका सेवन सुरक्षित माना जाता है।" इस तरह सेवन करने से हल्दी वाला दूध प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली कई समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन, इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रेगनेंसी के दौरान कई लाभ प्रदान कर सकते हैं जैसे यह सूजन और गैस के लक्षणों से राहत प्रदान कर सकता है और इम्यूनिटी को भी बूस्ट कर सकता है। यह प्रेगनेंसी के दौरान पाचन संबंधी समस्याओं से भी राहत प्रदान कर सकता है।
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प्रेगनेंसी में हल्दी वाला दूध पीने के क्या नुकसान हो सकते हैं- Side Effects Of Turmeric Milk During Pregnancy In Hindi
प्रेगनेंसी के दौरान हमेशा यह सलाह दी जाती है कि हल्दी का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए। अगर कोई महिला हल्दी वाले दूध का सेवन करती है, तो उन्हें अपने आहार से हल्दी की मात्रा कम करने की जरूरत है। कोशिश करें कि इस दौरान भोजन पकाते समय हल्दी का प्रयोग न करें। अगर आप गर्भवती महिला अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन करती है, तो इससे कुछ समस्याएं पैदा हो सकती हैं जैसे, हल्दी का अधिक सेवन शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के असंतुलन का कारण बन सकता है। इससे गर्भाशय का संकुचन और ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती है। यह कुछ मामलों में मिसकैरेज या समय से पहले डिलीवरी को ट्रिगर कर सकता है। कई बार इससे पेट संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
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इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि प्रेगनेंसी में किसी भी तरह के हल्दी के सप्लीमेंट्स, भोजन में हल्दी की अधिक मात्रा और हल्दी वाले दूध के सेवन से बचें। इस दौरान बहुत कम और मोडरेशन में ही इसका सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, डॉक्टर की सलाह के बिना हल्दी का सेवन भूलकर भी न करें।
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