IVF in Thyroid in Hindi: आजकल थायराइड एक बेहद आम समस्या बन गई है। अधिकतर लोग इस बीमारी से परेशान हैं। आपको बता दें कि थायराइड, गले में स्थित एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है। यह ग्रंथि हार्मोन के उत्पादन का काम करती है। साथ ही, मेटाबॉलिज्म और शारीरिक कार्यों को भी नियंत्रित करती है। जब शरीर में थायराइड हार्मोन का उत्पादन सामान्य से कम होता है, तो इसे हाइपोथायराइडिज्म कहते हैं। वहीं, जब थायराइड हार्मोन का उत्पादन सामान्य से अधिक होता है, तो इसे हाइपरथायराइडिज्म कहा जाता है। ये दोनों ही स्थितियां, स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। खासकर, अगर महिलाओं में थायराइड का स्तर असंतुलित हो जाता है, तो यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। थायराइड, ओव्यूलेशन को कम कर सकता है। इतना ही नहीं, यह ओव्यूलेशन को पूरी तरह से बंद भी कर सकता है। इसकी वजह से महिलाओं को गर्भधारण करने में दिक्कत हो सकती है। यानी थायराइड बांझपन का कारण बन सकता है। जब थायराइड से पीड़ित महिलाएं कंसीव नहीं कर पाती हैं, तो वे निराश हो जाती हैं। ऐसे में आईवीएफ ट्रीटमेंट, थायराइड से पीड़ित महिलाओं के लिए वरदान साबित हो सकता है। विश्व आईवीएफ दिवस (जिसे हर साल 25 जुलाई को मनाया जाता है) के मौके पर जानते हैं, थायराइड वाली महिलाओं में आईवीएफ की सफलता दर क्या है? इस बारे में जानने के लिए हमने मदर्स लैप आईवीएफ की डॉ. शोभा गुप्ता से बातचीत की-
क्या थायराइड वाली महिलाएं आईवीएफ से गर्भवती हो सकती हैं?
जी हां, थायराइड वाली महिलाएं आईवीएफ से गर्भवती हो सकती हैं। आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन, थायराइड वाली महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यानी अगर आपको थायराइड है, तो आप आईवीएफ ट्रीटमेंट की मदद से मां बन सकती हैं।
इसमें महिला के अंडाशय को अंडे पैदा करने के लिए उत्तेजित किया जाता है। फिर अंडे और शुक्राणु को टेस्ट ट्यूब में मिलाकर शिशु का विकास किया जाता है। जब भ्रूण बन जाता है, तो महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है। फिर कुछ दिनों बाद प्रेग्नेंसी जांच की जाती है।
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थायराइड वाली महिलाओं के लिए आईवीएफ की सफलता दर क्या है?
आईवीएफ ट्रीटमेंट लेने के बाद थायराइड से पीड़ित महिलाएं गर्भवती हो सकती हैं। लेकिन अगर किसी महिला को हाइपोथायराइडिज्म है, तो जटिलाएं बढ़ सकती हैं। यानी कंसीव करने में दिक्कत हो सकती है। ऐसी महिलाओं में सफलता दर थोड़ी कम हो सकती है। इसलिए अगर आपको थायराइड है और आप आईवीएफ लेने का सोच रही हैं, तो थायराइड के स्तर को कंट्रोल में रखने की कोशिश करें। ऐसे में थायराइड वाली महिलाएं भी गर्भधारण करने में सक्षम होती हैं।
थायराइड वाली महिलाओं को आईवीएफ में क्या करना चाहिए?
थायराइड होने पर गर्भधारण करने के लिए आईवीएफ ट्रीटमेंट लिया जा सकता है। लेकिन अगर आप इस ट्रीटमेंट को ले रही हैं, तो पहले अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से कंसल्ट जरूर करें। साथ ही, आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान उन सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें, जो डॉक्टर के द्वारा सुझाए गए हैं।
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थायराइड वाली महिलाएं आईवीएफ के दौरान बरतें ये सावधानियां
- अगर आप आईवीएफ के जरिए प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, तो धू्म्रपान का सेवन भूलकर भी न करें। धू्म्रपान, गर्भधारण की संभावना को कम कर सकता है। अगर पुरुष साथी धू्म्रपान करता है, तो उन्हें भी ऐसा करने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे शुक्राणु की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान आपको शराब से भी परहेज करना चाहिए। शराब शुक्राणु और अंडे की गुणवत्ता को खराब कर सकता है। यह गर्भधारण की संभावना को भी कम कर सकता है। इसलिए जितना संभव हो, शराब से दूरी बनाकर ही रखना चाहिए।
- आईवीएफ के द्वारा प्रेग्नेंसी प्लान करते हुए आपको तनावमुक्त रहने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए आप मेडिटेशन कर सकती हैं। साथ ही, पूरी नींद लें और अपनी हॉबीज पर ध्यान दें।
- इस दौरान आपको हैवी वर्कआउट करने से भी बचना चाहिए। आप आसान एक्सरसाइज या योगासन की प्रैक्टिस कर सकती हैं।
अगर आपको भी थायराइड है, तो आप गर्भधारण करने के लिए आईवीएफ की मदद ले सकती हैं। थायराइड वाली महिलाएं भी आईवीएफ की मदद से कंसीव कर सकती हैं और संतान सुख प्राप्त कर सकती हैं।