Exam Pressure: पेरेंटिंग एक्‍सपर्ट ज्‍योतिका बेदी से जानें परीक्षा के दौरान तनाव से निपटने के टिप्‍स

क्‍या आपके बच्‍चे भी एक्‍जाम आते ही स्‍ट्रेस लेने लगते हैं, तो यहां एक्‍सपर्ट टिप्‍स से जानें कैसे बच्‍चों के बेहतर प्रदर्शन करने के लिए उनकी मदद करें

ज्‍योतिका मेहता बेदी
Written by: ज्‍योतिका मेहता बेदीUpdated at: Feb 07, 2020 12:53 IST
Exam Pressure: पेरेंटिंग एक्‍सपर्ट ज्‍योतिका बेदी से जानें परीक्षा के दौरान तनाव से निपटने के टिप्‍स

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एक  10 वीं बोर्ड के बच्‍चे की माँ होने के नाते, मैं विश्वास के साथ कह सकती हूं कि बच्चों को परीक्षा को लेकर थोड़ा चिंतित महसूस करना पूरी तरह से सामान्य है। खासकर, तब कि अगर वे स्कूल या परिवार का दबाव महसूस करते हैं। मॉडरेशन और छोटी खुराक में, तनाव हमें अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं के प्रति प्रेरित करने के लिए जरूरी होता है। यह केवल एक्‍जाम का तनाव है, जो आपके बच्चे को अपने सामान्य कामकाज को प्रभावित करने के लिए चिंतित या उदास महसूस करवा सकता है। मेरे पेरेंटिंग ट्रेनिंग और एक कोचिंग में, मैं हमेशा कहती हूं कि रोल मॉडल के रूप में, हम माता-पिता को भी पहले हमारे तनाव से निपटना चाहिए और उसके बाद ही हम हमारे बच्चों को परीक्षा के तनाव को प्रभावी ढंग से संभालने में मदद कर सकते हैं। बच्चे प्रेरणा के लिए हमें माता-पिता के रूप में देखते हैं, और उनकी भावनात्मक स्थिति बहुत हद तक माता-पिता के समर्थन पर निर्भर करती है।

Exam Pressure

बच्‍चों पर एक्‍जाम स्‍ट्रेस का प्रभाव 

मैं पूरी तरह से आप से जुड़कर सहानुभूति रख सकती हूं कि आप बच्चे से अधिक तनावग्रस्त हैं। हालांकि, परीक्षाओं की तारीख नजदीक आने के साथ, आपको अपनी चिंताओं से बच्चे को परेशान नहीं करने देना चाहिए। तनाव में आपका बच्चा इन लक्षणों से गुजर सकता है: 

  • लगातार चिंता
  • हमेशा तनाव में रहना
  • निरंतर दर्द और दर्द के लक्षण महसूस करना 
  • अनियमित नींद 
  • हमेशा चिड़चिड़ा रहना

कैसे करें बच्‍चों की एक्‍जाम में मदद 

एक अभिभावक के रूप में आपको सबसे पहले खुद को शांत रखना सबसे महत्वपूर्ण है। याद रखें, परीक्षा हमेशा के लिए नहीं रहती है। माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे सबसे अच्छा करें, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप बच्चे पर दबाव डालें। 

Board Exam Tips

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  • माता-पिता को यह समझना चाहिए कि प्रत्येक बच्चे का पढ़ाई करने का अपना एक तरीका होता है।
  • परीक्षा के समय के आप बच्‍चे के साथ फ्लेक्सिबल रहें। माता-पिता को कभी भी बच्चों के लिए बहुत बड़े लक्ष्य निर्धारित नहीं करने चाहिए। आप अपने सपनों और आकांक्षाओं को अपने बच्‍चों पर थोपने के बजाय बच्चों को प्रोत्साहित करें।
  • सुनिश्चित करें कि उनके पास काम करने और पढ़ने के लिए एक आरामदायक और शांत जगह हो।
  • कुछ बच्चे म्‍युजिक के साथ बेहतर पढ़ पाते हैं। आपको बस इतना करना है कि आप उसे स्वीकार करें। 
  • परिवार के कार्यक्रम और प्राथमिकताओं को फिर से व्यवस्थित करें, जो बच्चे की पढ़ाई-लिखाई के हिसाब से एक उचति दिनचर्या हो। 

 Exam Stress

  • बच्‍चे के खोए हुए टेंपरेचर और मिजाज को समझें और उन्हें ब्रेक दें। 
  • उन्हें परेशान करने से बचने की कोशिश करें और उनका ध्यान भंग न करें। 
  • बच्‍चों को अपनी संतुष्टि के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करें। 
  • अपने बच्चे को अच्छी तरह से पढ़ाई करने में उनके प्रयासों के लिए गिफ्ट दें, इसका मतलब बहुत अच्‍दा मंहगा गिफ्ट नहीं है। इसके लिए उन्हें कुछ अतिरिक्त खाली समय, खेलने या टीवी देखने का समय दें। 
  • हमेशा शांत और सकारात्मक रहें और बच्चे की बेहतरी के लिए सोचें।

परीक्षा के दिन क्‍या करें? 

एक अभिभावक होने के नाते, आप अपने बच्‍चे को उसकी परीक्षा के दिन, सुनिश्चित करें कि वे अच्छी नींद लें, अच्छा नाश्ता करें और परीक्षा के लिए आवश्यक हर चीज के लिए एक चेकलिस्ट रखें। इसके अलावा, अपने बच्चे को किसी भी चीज़ से अधिक प्रोत्साहित करें और उन्हें बताएं कि आपको उनके प्रयासों पर गर्व है। उन्हें अगली परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करें और उन गलतियों पर ध्यान न दें, जिन्हें उन्होंने महसूस किया है या उन्होंने बताया है।

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हमेशा ध्यान रखें कि आपके बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य ग्रेड, किसी भी प्रशंसा से अधिक महत्वपूर्ण है। केवल उनके ग्रेड और जीपीए पर आधारित न होकर उनके आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास का निर्माण करना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है। 

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