List Of Common Vaccines For Babies: किसी भी बीमारी से बचने का रामबाण इलाज है वैक्सीनेशन। कोरोना, इंफ्लूएंजा और मंकीपॉक्स जैसे कई वायरस के बढ़ते खतरों के बीच वैक्सीनेशन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। विशेषकर बच्चों के लिए डॉक्टर कई तरह के वैक्सीनेशन करवाने की सलाह देते हैं। वैक्सीनेशन बच्चों के शरीर को वायरस और बीमारियों से बचाने में मदद करता है। हालांकि आज भी भारत जैसे विकासशील देशों बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता कम देखी जाती है। यूएन इंटर-एजेंसी ग्रुप फॉर चाइल्ड मोर्टेलिटी एस्टीमेशन (यूएन-आईजीएमई) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 2018 में 5,49,227 बच्चों की मौत जन्म के महज 28 दिनों के भीतर हो गई थी। इसकी मुख्य वजह थी गर्भवती महिला और बच्चे का टीकाकरण न होना। UN-IGMI की रिपोर्ट यह भी बताती है कि बच्चों की इन मौतों को वैक्सीनेशन और स्तनपान के जरिए रोका जा सकता है। लेकिन यह तभी संभव है जब लोगों को बच्चों के वैक्सीनेशन के बारे में सही जानकारी हो।
इसके बारे में जागरूक करने के लिए हम आपको बच्चों के लिए किस उम्र में कौन सी वैक्सीन जरूरी है इसके बारे में बताने जा रहे हैं। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए OnlyMyHealth की संपादकीय टीम ने बेंगलुरु स्थित बाल रोग और वैक्सीनेशन एक्सपर्ट डॉ सैयद मुजाहिद हुसैन (Dr Hifive for Instagrammers) से बातचीत की।
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डॉ हुसैन का कहना है, "देशभर में बच्चों को बीमारियों से बचाने और उनकी इम्यूनिटी स्ट्रांग को बनाने के लिए 2 तरह के वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। पहला नेशनल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम (NIP) या यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम (UIP) जो सरकार द्वारा चलाया जाता है। दूसरा इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी), जो ज्यादातर प्राइवेट अस्पताल और क्लीनिक द्वारा बच्चों को दिया जाता है।"
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बच्चे को जन्म के बाद कौन से टीके लगते हैं?
डॉ हुसैन का कहना है कि बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए शुरुआत के 2 साल सबसे ज्यादा जरूरी होता हैं। जन्म से लेकर 2 साल के बच्चों की इम्यूनिटी काफी कम होती है, जिसकी वजह से वह वायरस के संपर्क में जल्दी आते हैं और बीमार पड़ते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, बच्चों को जन्म के समय दी जाने वाली वैक्सीन की लिस्ट नीचे दी गई है।
- बैसिल कैलमेट-गुएरिन (बीसीजी)
- हेपेटाइटिस बी
- ओरल पोलियो (ओपी)
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बच्चों को किस उम्र में कौन-सा टीका लगता है?
नेशनल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम के तहत किस उम्र में बच्चों को कौन सा टीका (वैक्सीन) लगवाना चाहिए इसके बारे में भी एक्सपर्ट ने पूरी जानकारी दी है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
- जन्म के समय: बीसीजी, हेपेटाइटिस बी 1, ओपीवी
- 6 सप्ताह: डीटीडब्लूपी/डीटीएपी1, एचआईवी-1, आईपीवी-1, पीसीबी 1
- 10 सप्ताह: डीटीडब्लूपी/डीटीएपी2, एचआईवी-2, आईपीवी-2, हेपेटाइटिस बी 3, पैकेड सेल वॉल्यूम 2
- 14 सप्ताह: डीटीडब्लूपी/डीटीएपी3, एचआईवी-3, आईपीवी-3, हेपेटाइटिस बी 4, पैकेड सेल वॉल्यूम 3, रोटा-3
- 6 महीने: इन्फ्लुएंजा -1
- 7 महीने: इन्फ्लुएंजा -2
- 6-9 महीने: टाइफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन
- 9 महीने: MMR 1 (कण्ठमाला, खसरा, रूबेला)
- 12 महीने: हेपेटाइटिस ए- 1
- 12-15 महीने: पीसीवी बूस्टर
- 15 महीने: एमएमआर 2, वैरीसेला
- 16-18 महीने: डीटीडब्लूपी/डीटीएपी, एचआईवी, आईपीवी
- 18-19 महीने: हेपेटाइटिस ए-खुराक 2, वैरिसेला 2
Image Credit: Freepik.com
With Inputs: Paediatrician and Vaccination specialist Dr Sayed Mujahid Husain (Dr Hifive for Instagrammers)