बरसात के मौसम में आने वाले ये 4 फल हैं सेहत का खजाना, रोजाना खाने से बढ़ेगी इम्यूनिटी और रहेंगे फिट

मानसून में आप कई ऐसे ट्रेडिशनल फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में असरदार साबित होता है। चलिए जानते हैं उन फलों के बारे में-

Kishori Mishra
Reviewed by: स्वाती बाथवालUpdated at: Jun 29, 2021 13:17 ISTWritten by: Kishori Mishra
बरसात के मौसम में आने वाले ये 4 फल हैं सेहत का खजाना, रोजाना खाने से बढ़ेगी इम्यूनिटी और रहेंगे फिट

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आधुनिक समय में भारत के बाजारों में बीज रहित तरबूज, अनुवांशिक रूप से संशोधित स्वीट कॉर्न और एवाकाडो जैसे फल आसानी से मिल जाएंगे। इन फलों की पैदावर पहले भारत में नही होती थी, यह हजारों मीलों दूर देशों से मंगवाया जाता था। आज इन फलों की पैदावर भारत के कई हिस्सों में होने लगी है। साथ ही हमारे पास कुछ ऐसे फल भी उपब्लध हैं, जो हर मौसम में आसानी से मिल भी जाते हैं। जैसे- आम, यह भले ही गर्मी सीजन का फल है, लेकिन यह आपको हर सीजन में बाजारों में आसानी से मिल जाता है। इसलिए लोग इन फलों का सेवन हर मौसम में करते हैं। लेकिन स्वाती बाथवाल बताती हैं कि गैर सीजनल फ्रूट्स सेहत के लिए उतना फायदेमंद नहीं होता है, जितना सीजनल फ्रूट्स। गैर सीजनल फ्रूट्स अनुवांशिक रूप से संशोधित होते हैं या फिर बाहर के देशों से मंगाए जाते हैं। बाहर देश से आए फलों को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए उसमें कई तरह के केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं माने जा सकते हैं। इसलिए इन फलों का सेवन करने से बेहतर है आप भारत के ट्रेडिशनल और सीजनल फ्रूट्स का सेवन करें। ट्रेडिशनल फ्रूट्स आपको बाजार में काफी आसानी से मिल सकते हैं। मानसून में कई ऐसे फल बाजार में आपको मिल जाएंगे, जो इम्यूनिटी क्षमता को बढ़ाता है। साथ ही यह फल हमारे स्वास्थ्य को कई अन्य पोषक तत्व प्रदान करता है। 

1. करोंदा (Karonda)

डायटीशियन स्वाती बाथवाल बताती हैं कि करोंदा में विटामिन सी और कई अन्य पोषक तत्व भरपूर रूप से मौजूद होते हैं। इस फल की तुलना अधिकतर लोग क्रेनबेरी से करते हैं। करोंदा का इस्तेमाल आप कई तरह के डिशेज को तैयार कर सकते हैं। कई लोग इसका इस्तेमाल सब्जी, अचार, पेय पदार्थ को बनाने के लिए किया जाता है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है। आयरन की कमी होने पर यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके सेवन से एनीमिया के दौरान आयरन को अवशोषण में बढ़ावा मिलता है। इससे यूरिन इंफेक्शन से बचाव किया जा सकता है। साथ ही विटामिन सी कोलेजन को बढ़ावा देने में आपकी मदद करता है, जिससे आपकी स्किन और बाल अच्छे होते हैं। करोंदा सूजन को कम करने हमारी इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में असरदार है। स्वाती बाथवाल का कहना है कि इसलिए मैं अधिकतर लोगों को 2 से 3 करोंदा हर रोज खाने की सलाह देती हूं।

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2. कच्चा केला (Raw Banana)

परंपरागत रूप से कच्चे केले का इस्तेमाल अधिकतर लोग पूजा में करते हैं। स्वाती बाथवाल बताती हैं कि कच्चा केला आंत को सुरक्षित रखने में असरदार है। साथ ही यह आपके मूड को बेहतर करने में आपकी मदद करता है। डायटीशियन का कहना है कि केला हमारे शरीर को प्रतिरोधी स्टार्च प्रदान करता है, यह स्टार्च पेट को अनुकूल बैक्टीरिया को विकास करने में मददगार होता है। यह बैक्टीरिया मस्तिष्क कार्य प्रणाली को सुधार करने में असरदार है। केले में मौजूद आयरन, विटामिन बी 6 जैसे तत्व भरपूर रूप से होता है। जो बढ़ते उम्र के लक्षणों को कम करने में असरदार है। इसके सेवन से स्किन और बालों में चमक आती है। साथ ही यह पेट के लिए भी अच्छा होता है। केला एक बेहतरीन फल है, जो ब्लड प्रेशर और दस्त को रोकने में असरदार है। 

3. जामुन (Jamun)

जामुन स्वाद और रंग दोनों में ही काफी बेहतरीन है। डायटीशियन स्वाती बाथवाल बताती हैं कि जामुन में एंथोसायनिन भरपूर रूप से होता है, जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में असरदार है। इसके सेवन से स्वास्थ्य को कई लाभ होते हैं। खासतौर पर डायबिटीज रोगियों के लिए जामुन काफी फायदेमंद है। इसके सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है। जामुन का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। इसके गुदे से आप लस्सी, आइसक्रीम बना सकते हैं। साथ ही इसे आप कच्चा भी खा सकते हैं। डायटीशियन का कहना है कि यह फल स्किन और बालों के लिए काफी असरदार है। अस्थमा रोगियों को मौसम में बदलाव की वजह से होने वाली परेशानियों को दूर करने में जामुन काफी फायदेमंद होता है। मानसून में इसका सेवन करने से मसूड़ों की देखभाल की जा सकती है। साथ ही यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है। 

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4. रामफल (Custard Apple)

रामफल मुख्य रूप से मार्च और मई महीने में होने वाला फल है। यह विटामिन सी से भरपूर होता है। विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में असरदार है। साथ ही यह स्किन को स्वस्थ रखने में असरदार होता है। रामफल स्किन पर होने वाले घाव को मरम्मत करने में असरदार होता है। इसमें पोटेशियम भरपूर रूप से होता है। साथ ही यह इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित करता है और दिल को स्वस्थ रखने में मददगार होता है। रामफल डायबिटीज को नियंत्रित करता है। साथ ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को बचाव करने में असरदार है। रामफल के पल्क का इस्तेमाल आप मिल्कशेक और पाई बनाने में कर सकते हैं।

डायटीशियन स्वाती बाथवाल का कहना है कि वह मानसून में इन फलों को खाने की सलाह देती हैं। क्योंकि यह फल शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ ट्रेडिशनल रूप से भी काफी अहम होता है। इनसे इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ-साथ कई तरह की अन्य समस्याओं को दूर किया जाता है।

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