मुंह स्‍वास्‍थ्‍य

ओरल हेल्थ (Oral Health) के बारे में ज्यादातर लोग उस हिसाब से बात नहीं करते जैसे कि लोग शरीर के बाकी हिस्सों के बारे में बात करते हैं। जबकि आपके मुंह का स्वास्थ्य आपके पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। जैसे कि खराब दांतों का स्वास्थ्य आपके दिल के स्वास्थ्य और पेट के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। ओरल हेल्थ की बात आते ही आपको सबसे पहले अपने मुंह को साफ करने के बारे में सोचना चाहिए और इसके हाइजीन को दुरुस्त रखें। तो, आइए सबसे पहले जानते हैं ओरल हेल्थ से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में।

मौखिक समस्याओं के कारण- Causes of oral problems

आपके मुंह बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के सभी प्रकार को इकट्ठा करती है और कई परेशानियों को जन्म देती हैं। इसके अलावा मुंह के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि 

  • - ब्रश करने की खराब आदतें
  • -धूम्रपान
  • -शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों पर लगातार स्नैकिंग
  • -डायबिटीज
  • -दवाओं के उपयोग से मुंह में लार की मात्रा कम हो जाती है
  • -कुछ संक्रमण, जैसे एचआईवी या एड्स
  • -महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन
  • -एसिड रिफ्लक्स
    • मौखिक समस्याओं के लक्षण -Symptoms of oral problems

      साल में दो बार डेंटिस्ट के पास जाना आमतौर पर आपको किसी भी दांत से जुड़ी परेशानियों से बचा सकता है। पर कुछ लक्षण हैं, जो दांतों से जरूरी परेशानियों की ओर संकेत करते हैं। जैसे कि

      • -हर एक या दो सप्ताह के बाद मुंह में छाले और घाव होना।
      • -ब्रश करने या फ्लॉसिंग के बाद मसूड़ों से खून आना या सूजन होना
      • -सांस की दुर्गंध
      • -गर्म और ठंडे तापमान या पेय पदार्थों के लिए अचानक संवेदनशीलता
      • -दांत दर्द
      • -ढीले दांत
      • -मसूड़ों में ब्लीडिंग
      • -गाल में सूजन
      • -ड्राई मुंह
      • -टूटे हुए दांत
        • बच्चों के लिए ओरल हाइजीन टिप्स -Oral Care Tips for Kids

          बच्चों को बचपन से ही ओरल हाइजीन को सही रखने के बारे में बाताना चाहिए। साथ ही उन्हें यह भी बताना चाहिए कि ओरल हेल्थ का ख्याल न रखने पर कौन सी बीमारियां हो सकती हैं। जैसे कि

          1. -दांतों में सड़न (Tooth decay)
          2. -दांतों का दर्द (Tooth Pain)
          3. -मसूड़ों से खून आना (Bleeding gums)

          बच्चों को ओरल हाइजीन का ख्याल रखना बताएं, जैसे कि

          • -बच्चों को अपना टूथब्रश चुनने का मौका दें और उन्हें ब्रश करना सीखाएं।
          • -बच्चों को ब्रश करने के बाद फ्लॉक्श करना भी बताएं।
          • -मीठा खाने के बाद हर बार ब्रश करना और मुंह को कुल्ला करना बताएं।
          • -कम से कम दो मिनट के लिए दांतों को पूरी तरह से ब्रश करना बताएं। 
          • -बच्चों को मीठी चीजें ज्यादा खाने न दें। इसके बदले में बच्चों को फल या कुछ और हेल्दी चीजें को खाना बताएं।
            • वयस्कों के लिए ओरल हेल्थ टिप्स- Adult Oral Health Tips

              आप अपने दांतों को अपने पूरे जीवनकाल के लिए स्वस्थ रख सकते हैं, बस आपको कुछ चीजों को ध्यान में रखने की जरूरत है। जैसे कि

              • -फ्लोराइड युक्त पानी से कुल्ला करें और फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें (Drink fluoridated water and brush with fluoride toothpaste)
              • -अच्छी ओरल हेल्थ की पैक्टिस करें (Practice good oral hygiene), जिसमें दांतों की प्लॉक को हटाने के लिए दांतों को दिन में दो बार अच्छी तरह से ब्रश करें और दांतों के बीच रोज फ्लॉस करें।
              • - वर्ष में कम से कम एक बार डॉक्टर के पास जाएं। 
              • -किसी भी तंबाकू उत्पादों का उपयोग न करें। आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ दें।
              • - अगर आपको डायबिटीज है, तो इसे नियंत्रण में रखें। यह गम रोग सहित अन्य जटिलताओं के लिए जोखिम को कम कर सकता है
              • -साथ ही मसूड़ों की बीमारी का इलाज करने के लिए ब्लड शुगर को कम रखें।
              • -ड्राई माउथ की परेशानी से बचने के लिए खूब पानी पिएं। 
              • - अगर आपके स्वाद और गंध में अचानक बदलाव आता है, तो अपने दंत चिकित्सक से बात करें।
              • -कोशिश करें कि मीठा कम खाएं।
              • -दूध या दूध से बनी चीजें, मांस, मछली, प्याज, लहसुन जैसी चीजें दांतों के बीच में फंस सकती हैं। इसलिए खाने के बाद साफ पानी से कुल्ला जरूर करें।
              • -बाजार में मिलने वाले सॉफ्ट ड्रिंक या कोल्ड ड्रिंक न पिएं।
              • -ताजी और रेशेदार सब्जियों का अधिक सेवन करें।
                • प्रेग्नेंसी के दौरान ओरल हेल्थ -Oral care in pregnancy

                  प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अपने ओरल हेल्थ का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि मॉर्निग सीकनेस और हॉर्मोनल बदलाव के कारण गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इन तमाम चीजों से बचने के लिए इन टिप्स को फॉलों करें। जैसे कि 

                  • - गर्भावस्था के पहले महीनों के दौरान  अगर आप कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजों का सेवन करती हैं, तो अच्छे से ब्रश करें।
                  • - गर्भावस्था के हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के प्रभाव के कारण गर्भवती महिलाओं के दांत से ब्लीडिंग भी हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर को दिखाएं और इलाज करवाएं। 
                  • -सही से ब्रश न करने से शरीर में एसिडिटी बढ़ सकती है इसलिए दो बार ब्रश करें।
                  • -ऐसा टूथपेस्ट चुनें जिसका स्वाद माइल्ड हो और आपको उल्टी न हो। 
                  • -प्रेग्नेंसी के दौरान मसूड़ों में सेंसटिविटी भी बढ़ जाती है इसलिए खाते-पीते समय ऐसा महसूस हो तो डॉक्टर को दिखाएं।  
                  • - प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी चीजों को खाएं और ओरल हेल्थ का खास ख्याल रखें।
                    • ओरल हाइजीन टिप्स- Tips for Good Oral Hygiene 

                      अच्छी मौखिक स्वच्छता बनाए रखना आपके दांतों और मसूड़ों के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है। स्वस्थ दांत न केवल आपको देखने और अच्छा महसूस करने में सक्षम बनाते हैं, बल्कि खाने और ठीक से बोलने में भी मदद करता है। इसके लिए आप इन जरूरी टिप्स को आजमा सकते हैं। जैसे कि

                      1. दिन में दो बार अच्छी तरह से ब्रश करें (Proper Brushing Technique)

                      • -गमलाइन के उलट ब्रश को 45 ° के कोण पर झुकाएं और ब्रश को गमलाइन से दूर घुमाएं।
                      • -धीरे-धीरे और आगे-पीछे स्ट्रोक का उपयोग करके प्रत्येक दांत की बाहरी, अंदर और चबाने वाली सतह को ब्रश करें।
                      • -बैक्टीरिया को दूर करने और सांस को ताजा रखने के लिए धीरे से अपनी जीभ पर ब्रश करें
                        • 2. रोजाना फ्लॉसिंग करें (proper flossing technique)

                          • -मुंह को गहराई से फ्लॉस करें। 
                          • -धीरे से अपने दांतों के कोने-कोने तक जा कर फ्लॉक्स करें। 
                          • -गमलाइन के नीचे साफ करना सुनिश्चित करें, लेकिन मसूड़ों पर फ्लॉस को करने से बचें।
                            • 3. रेगुलर डेंटल चेकअप के लिए जाएं- Go for regular dental checkups

                              दांतों की सड़न, मसूड़ों की बीमारी और अन्य दंत समस्याओं के विकास के जोखिम को कम करने के लिए हर कुछ दिनों में रेगुलर डेंटल चेकअप के लिए जाएं। 

                              इसके अलावा संतुलित आहार खाने और भोजन के बीच स्नैक्स को सीमित करें और हर बार खाने के बाद कुल्ला करें।  अगर आपका डेंटिस्ट आपको बताता है तो फ्लोराइड माउथ्रीन से रिंसिंग करें। साथ ही प्रोबायोटिक्स का सेवन ज्यादातर पाचन स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को कम करता है। दरअसल, इनके स्वस्थ बैक्टीरिया आपके दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। प्रोबायोटिक्स प्लॉक को रोकने और खराब सांस का इलाज करने में भी बड़ी भूमिका निभाते हैं।  वे मौखिक कैंसर को रोकने और मसूड़ों की बीमारी से सूजन को कम करने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा आप प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं या गुड बैक्टीरिया जैसे कि दही, केफिर, और किमची में उच्च खाद्य पदार्थ खा सकते हैं। तो, अपने दांतों के स्वास्थ्य का रखें खास ख्याल और ओरल हेल्थ से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ऑनली माय हेल्थ पर 'ओरल हेल्थ (Oral Health in hindi)'

                              Source: CDC AND WHO

                              https://www.ncbi.nlm.nih.gov/