Positive Signs of Pregnancy After Embryo Transfer: एम्ब्रयो ट्रांसफर करना एक तरह की प्रजनन प्रक्रिया है। इस तकनीक में एम्ब्रयो को गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। जो दंपति संतानहीन है, वह इस तकनीक के जरिए कंसीव कर पाते हैं। एम्ब्रयो ट्रांसफर आईवीएफ प्रक्रिया का एक अंश है। इस तकनीक की मदद से कपल्स, पेरेंट्स बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। आज के समय में बीमारी और खराब लाइफस्टाइल के चलते कंसीव करने में कपल्स को मुश्किल हो रही है, जिसके चलते उन्हें आईवीएफ का रुख करना पड़ता है। जो लोग इस तकनीक का प्रयोग करते हैं, उनके मन में यह सवाल रहता है कि एम्ब्रयो ट्रांसफर के बाद प्रेग्नेंसी के लक्षण कैसे होते हैं। क्या वे सामान्य प्रेग्नेंसी जैसे होते हैं, या उससे अलग होते हैं। ऐसे सवालों का जवाब जानने के लिए हमारे साथ आगे बने रहें। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने IVF Specialist, Birla Fertility & IVF Center, Lucknow and Obstetrics and Ex Dean Gynaecology Department, KGMU Lucknow Dr (Prof) Vinita Das से बात की। आईवीएफ के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ओनलीमायहेल्थ ने एक मुहिम शुरू की है जिसका नाम है #KhushkhabriWithIVF आगे जानते हैं एम्ब्रयो ट्रांसफर और प्रेग्नेंसी के लक्षणों से जुड़ी जरूरी जानकारी।
प्रेग्नेंसी से पहले एम्ब्रयो ट्रांसफर की प्रक्रिया के चरण- Stages Of Embryo Transfer Before Pregnancy
प्रेग्नेंसी के पॉजिटिव लक्षणों से पहले, एम्ब्रयो ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी की जाती है। एम्ब्रयो ट्रांसफर करने की प्रक्रिया इस प्रकार है-
- पहले स्टिमुलेशन के जरिए एग की उत्पत्ति को बढ़ाया जाता है। ऐसा हार्मोन दवाओं की मदद से किया जाता है।
- इसके बाद एग रिट्रीवल के चरण में उच्च संख्या में पके एग्स को एम्ब्रयो बनाने के चुन लिया जाता है।
- इसके साथ में शुक्राणु को भी स्पर्म प्रोसेसिंग में लिया जाता है।
- अंडे और शुक्राणुओं को लैब में इकट्ठा करने के बाद प्राकृतिक रूप से विकसित करते हैं।
- इसके बाद अच्छी गुणवत्ता वाले एम्ब्रयो को चुनने के बाद उसे गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।
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एम्ब्रयो ट्रांसफर के बाद प्रेग्नेंसी के पॉजिटिव संकेत- Positive Signs of Pregnancy After Embryo Transfer
एम्ब्रयो ट्रांसफर के बाद प्रेग्नेंसी के कई पॉजिटिव संकेत नजर आ सकते हैं। यह संकेत हर महिला के शरीर में एक जैसे नहीं होते। इन लक्षणों का अनुभव हर महिला के शरीर और स्वास्थ्य के संदर्भ में अलग हो सकता है। हालांकि कुछ कॉमन संकेत हैं जिनके बारे में आप जान सकते हैं-
1. एम्ब्रयो ट्रांसफर के बाद मासिक धर्म का बंद होना, प्रेग्नेंसी का एक संकेत हो सकता है।
2. एम्ब्रयो ट्रांसफर के कुछ समय बाद अगर ब्रेस्ट में दर्द या सूजन महसूस हो, तो यह प्रेग्नेंसी का चिह्न माना जाता है।
3. प्रेग्नेंसी में मूड स्विंग, ज्यादा गुस्सा आना, तनाव महसूस होने जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं।
4. प्रेग्नेंट होने के दौरान थकान या कमजोरी महसूस होती है। यह भी प्रेग्नेंसी का पॉजिटिव लक्षण हो सकता है।
5. प्रेग्नेंट होने पर महिला को उल्टी या मतली और चक्कर आने जैसे लक्षण का एहसास हो सकता है।
एम्ब्रयो ट्रांसफर के बाद कब्ज की समस्या या डाइजेशन संबंधित समस्या भी प्रेग्नेंसी का एक लक्षण है। लेकिन यह लक्षण इसलिए इतना सही नहीं माना जाता क्योंकि खान-पान संबंधित समस्याओं के कारण भी कब्ज हो सकता है।
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आईवीएफ और सामान्य प्रेग्नेंसी के लक्षणों में अंतर होता है?
डॉ विनिता दास ने बताया कि आईवीएफ और सामान्य प्रेग्नेंसी के बीच ज्यादा अंतर नहीं होता। आईवीएफ केवल एक प्रक्रिया है, जो इंफर्टिलिटी का इलाज करती है। आईवीएफ के बाद भी प्रेग्नेंसी के लक्षण (Pregnancy Symptoms) वैसे ही नजर आते हैं जैसे किसी सामान्य प्रेग्नेंसी में देखने को मिलते हैं। हालांकि आईवीएफ प्रेग्नेंसी में दवाओं के चलते अधिक नींद आना और तनाव जैसे लक्षण भी नजर आ सकते है।
एम्ब्रयो ट्रांसफर के बाद आप ऊपर बताए लक्षणों को महसूस कर रही हैं, तो प्रेग्नेंसी टेस्ट कराएं। इसके साथ ही अपने डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें। आईवीएफ से संबंधित अन्य जानकारी के लिए पढ़ें ओनलीमायहेल्थ का आईवीएफ सेक्शन।