सदमा (शॉक) लगने का मतलब क्या है? जानें सदमे के बाद दिखने वाले 11 लक्षण, कारण और इमरजेंसी उपचार के तरीके

अगर किसी व्यक्ति को सदमा या शॉक लगता है तो इसके कारण व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभाव पहुंचता है। जानें लक्षण और कारण

Garima Garg
Written by: Garima GargUpdated at: Jul 30, 2021 14:48 IST
सदमा (शॉक) लगने का मतलब क्या है? जानें सदमे के बाद दिखने वाले 11 लक्षण, कारण और इमरजेंसी उपचार के तरीके

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जिस व्यक्ति को शॉक लगता है या वे सदमे में चला जाता है तो इसके पीछे काई मानसिक और शारीरिक कारण हो सकते हैं। बता दें कि सदमे के दौरान शरीर में रक्त का प्रवाह धीरे हो जाता है और व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों तरीकों से नकारात्मक रूप से प्रभवित हो सकता है। बता दें कि शॉक लगने के कारण शरीर में खून की कमी हो सकती है। और खून की कमी के कारण शरीर में अन्य समस्याएं जैसे हार्डअटैक, ऑर्गन डैमेज की संभावना आदि हो सकती है। आज का हमारा लेख इसी किसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे शॉक के क्या लक्षण हैं साथ ही इसके कारण और उपचार भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

शॉक लगने के लक्षण

जिस व्यक्ति को किसी दुखद भावना के चलते सदमा लगता है तो लक्षणों के तौर पर उसे सोचते रहना, जिंदगी का आनंद ना ले पाना, घटना से ध्यान ना हटा पाना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। वही कुछ शारीरिक लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। जो निम्न प्रकार हैं-

1 - व्यक्ति को जी मिचलाने की समस्या महसूस होती है।

2 - दिमाग में उलझन महसूस होती है।

3 - छाती में दर्द महसूस करना

4 - मूत्र में कमी आ जाना।

5 - चिंता महसूस करना।

6 - चक्कर की समस्या होना।

7 - तेज-तेज सांस लेना।

8 - दिल की धड़कनों का अनियमित हो जाना।

9 - लो ब्लड प्रेशर की समस्या।

10 - बेहोश हो जाना।

11 - बार-बार प्यास लगना यानी ड्राई माउथ की समस्या महसूस करना

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शॉक लगने के कारण

जब व्यक्ति को सदमा लगता है तो इसके पीछे मुख्य कारण कोई दुख की घटना या किसी प्रिय व्यक्ति का चले जाना होता है। ऐसे नमें व्यक्ति के मन नकारात्मक भावना पैदा हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में व्यक्ति सदमें  का शिकार हो जाता है। लेकिन कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी होती हैं जो इस समस्या से रूबरू करा सकती हैं।

1 - जब व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी हो जाती है खास तौर पर तब जब उसे दिल से जुड़ी कोई समस्या हो गई हो तब भी व्यक्ति को शॉक लग सकता है।

2 - व्यक्ति को कोई गंभीर एलर्जी हो जाती है तब भी वह शॉक का शिकार हो सकता है।

3 - जब व्यक्ति स्पाइनल इंजरी (Spinal cord injury) का शिकार होता है तब भी यह समस्या हो सकती है।

4 - जब व्यक्ति को लगातार उल्टी या दस्त होते हैं तब भी उन्हें ये समस्या हो सकती है।

5 - जब व्यक्ति के शरीर में इंफेक्शन होता है तब भी शॉक की समस्या हो सकती है।

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सदमा या शॉक लगने का इलाज

शॉक लगता है कुछ घरेलू उपाय अपनाकर सदमे को रोका जा सकता है-

1 - दिल की सेहत के लिए संतुलित आहार का सेवन करें

2 - नियमित रूप से अपने दिनचर्या में व्यायाम को जोड़ें

3 - शरीर को हाइड्रेट रखना यानी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि सदमा लग जाएगा शॉप लगने के कारण व्यक्ति को मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से दोनों तरीकों से प्रभाव पहुंच सकता है ऐसे में नियमित समय रहते इलाज करना जरूरी है

इस लेख में इस्तेमाल की जानें वाली फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

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