शरीर के सभी अंग जब सही तरह से कार्य करते हैं, तभी किसी व्यक्ति को स्वस्थ समझा जा सकता है। बाहरी संक्रमण और बैक्टीरिया से बचाने के लिए हमारे शरीर में नेचुरल रूप से इम्यून सिस्टम बना होता है। इसमें सफेद रक्त कोशिकाएं बाहरी बैक्टीरिया से लड़ने का काम करती हैं। लेकिन, कई बार शरीर में ऑटो इम्यून डिजीज हो जाते हैं। इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगता है। इस स्थिति को कैंसर भी कहा जाता है। इस लेख में हम आपको जबड़े के कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं। इस समस्या में मरीज को बोलने, चबाने व चेहरे को हिलाने में भी परेशानी होने लगती है। आगे बरेली के अशोक किरण अस्पताल के ऑनकोलॉजिस्ट डॉ. अरूण सिंह से जानते हैं कि जबड़े के कैंसर में क्या लक्षण होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है?
जबड़े के कैंसर के लक्षण क्या कहते हैं? - Symptoms Of Jaw Cancer in Hindi
लगातार दर्द होना
जबड़े के कैंसर के शुरुआती और सबसे आम लक्षणों में से एक जबड़े या मुंह में लगातार दर्द होना है। यह दर्द समय के साथ धीरे-धीरे तेज हो सकता है। यदि दर्द निवारक दवाओं से दर्द में आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर दवाओं को बदल सकते हैं।
सूजन और गांठ
जबड़े या गर्दन के पास सूजन या गांठ होना, जबड़े के कैंसर का संकेत हो सकता है। ये गांठें पहले दर्द रहित हो सकती हैं, लेकिन किसी भी तरह से गांठ के बढ़ने पर आप सावधानी बरतें और तुंरत डॉक्टर से सलाह लें।
चबाने और निगलने में कठिनाई
जबड़े का कैंसर जबड़े के सामान्य कार्य में बाधा डाल सकता है, जिससे चबाने और निगलने में कठिनाई हो सकती है। व्यक्तियों को भोजन करते समय असुविधा का अनुभव हो सकता है या उनके गले में कुछ फंसने का एहसास हो सकता है।
सांस से दुर्गंध आना
मुंह से दुर्गंध आना, जो ओवल हाइजिन के बाद भी कम नहीं होती हैं, जबड़े के कैंसर का संकेत हो सकती है। ट्यूमर होने पर बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप सांसों में दुर्गंध आ सकती है।
बोलने में बदलाव होना
जबड़े को प्रभावित करने वाला कैंसर बोलने के लिए जिम्मेदार मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकता है। बोलने के पैटर्न में बदलाव, अस्पष्ट शब्द, या कुछ शब्दों के उच्चारण में कठिनाई इस समस्या का संकेत हो सकता है।
चेहरे की बनावट में बदलाव आना
जैसे-जैसे जबड़े का कैंसर बढ़ता है, यह जबड़े के आकार बदलने लगता है। ऐसे में चेहरे की बनावट में बदलाव होने लगता है। चेहरे की बनावट में असमानता या बदलाव की जांच की जानी चाहिए, खासकर यदि अन्य लक्षण भी हों।
जबड़े के कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है - Treatment Of Jaw Cancer In Hindi
जबड़े के कैंसर की पहचान के बाद डॉक्टर इसका इलाज शुरू कर सकते हैं। इसके इलाज का तरीका कैंसर की मौजूदा स्थिति के आधार पर किया जाता है। जिसमें आगे बताए तरीकों को शामिल किया जा सकता है।
सर्जरी
ट्यूमर और प्रभावित ऊतकों को हटाने के लिए सर्जरी की जा सकता है। कैंसर के आधार पर, सर्जन जबड़े की हड्डी को आंशिक या पूर्ण रूप से हटा सकते हैं, जिसे मैंडिबुलेक्टोमी (mandibulectomy) के रूप में जाना जाता है।
रेडिएशन थेरेपी
रेडिएशन थेरेपी कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए हाई एनर्जी वेव्स का उपयोग करती है। इसका उपयोग ट्यूमर को सर्जरी द्वारा हटाने से पहले छोटा करने के लिए भी किया जा सकता है।
कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए शक्तिशाली दवाओं का उपयोग शामिल है। जबड़े के कैंसर के एडवांस केस या जब कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल गया हो, तो अक्सर इस प्रक्रिया को अपनाया जाता है।
टारगेट थेरेपी
यह उपचार विकल्प कैंसर के विकास और प्रगति में शामिल मोलिक्यूल्स को टारगेट करता है। टारगेट थेरेपी का उपयोग कैंसर सेल के सिग्नल को बाधित करने और उनकी वृद्धि को रोकने के लिए किया जा सकता है।
इम्यूनोथेरेपी
इम्यूनोथेरेपी कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाकर काम करती है। इससे जबड़े के कैंसर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर के इलाज किया जा सकता है।
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जबड़े में किसी भी तरह की गांठ बनने या दर्द होने पर उसे नजरअंदाज न करें। यदि आपको दर्द ज्यादा हो रहा है और ये गांठ लंबे समय से ठीक नहीं हो रही है तो ऐसे में डॉक्टर से मिलकर सलाह लें। कैंसर का इलाज समय रहते किया जा सकता है। लेकिन, उसकी पहचान समय पर होना बेहद आवश्यक है।