Tips For Exam Stress In Hindi: एग्जाम पास आते ही स्टूडेंट्स को सिलेबस पूरा करने की टेंशन सताने लगती है। इस दौरान अक्सर बच्चे स्ट्रेस लेने लगते हैं। सिलेबस को कवर करने के साथ ही बच्चों को अच्छे मार्क्स की भी टेंशन होने लगती है। इस टेंशन की वजह से बच्चों को तनाव होने लगता है और उनका पूरा समय सिर्फ यही सोचने में निकल जाता है कि आखिर किस तरह सिलेबस को कवर किया जाए। दरअसल, अगर सही स्ट्रेटजी के साथ एग्जाम की तैयारी की जाए, तो एग्जाम स्ट्रेस को कम करने के साथ ही अच्छे मार्क्स भी आसानी से पाए जा सकते हैं। साइकोलॉजिस्ट साक्षी मंध्यान से जानते हैं कि एग्जाम के स्ट्रेस को कैसे कम किया जा सकता है।
एग्जाम के स्टसे को कम करने वाले टिप्स - Tips To Cope Up Of Exam Stress In Hindi
पढ़ाई को बोझ न समझें
एग्जाम के स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप पढ़ाई को बोझ न समझें। इसे बोझ समझेंगे तो आपको कुछ भी याद नहीं होगा और ब्रेन पर दबाव पड़ेगा। इसलिए बेहद जरूरी है कि इसे आप फन एक्टिविटी की तरह ही एंजॉय करें।
ब्रेक लेना आवश्यक
एक साथ देर तक पढ़ने की बजाय आप थोड़ा समय पढ़ने के बाद ब्रेक लें। इस दौरान आप बाहर घूम के आए या छत पर वॉक करें। इससे आपके ब्रेन को आराम मिलता है और फ्रेश एयर में आपको तरोताजा महसूस होता है। जिससे आपको दोबारा से पढ़ाई में आसानी से फोकस कर पाते हैं।
नींद लेना जरूरी
देर रात तक पढ़ने के बजाय आप थोड़ा समय पढ़ें और पर्याप्त नींद लें। एक साथ आठ घंटे की नींद लेना संभव न हो तो आप दिन में भी नींद ले सकते हैं। इससे शरीर को आराम मिलने के साथ ही ब्रेन में चीजें स्टोर हो पाती हैं। इसलिए नींद लेना बेहद जरूरी होता है।
नोट्स बनाएं
एग्जाम की तैयारी को करने के लिए आप कई सारे चैप्टर्स के नोट्स बनाएं। इनसे रिवीजन करने में आसानी होती है। साथ ही, आपको सिलेबस को पूरा करने में भी किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। इन नोट्स में आप कुछ प्वाइंट्स को हाइलाइट कर सकते हैं। इससे भी चीजों को याद रखना आसान हो जाता है।
योग करें
एग्जाम के स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप दिन में करीब 10 से 15 मिनट योग के लिए निकालें। इस दौरान आप मेडिटेशन और प्राणायाम कर सकते हैं। इससे आपके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीका होता है। जिससे ब्रेन तक आसानी से ब्लड पहुंचता है और उसे स्ट्रेस में तेजी से आराम मिलता है।
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इसके अलावा, बच्चों को एग्जाम के स्ट्रेस से बचाने के लिए घरवालों को भी उनका पूरा सपोर्ट करना चाहिए। इस समय बच्चे की डाइट में पौष्टिक आहार को शामिल करें। इससे उनको थकान और कमजोरी महसूस नहीं होगी और वह आसानी से अपनी पढ़ाई को पूरा कर पाएंगे। साथ ही, बच्चे का मोरल सपोर्ट करना भी आवश्यक है। अभिभावकों को बच्चे को समझाना चाहिए कि आप पूरा फोकस सिर्फ अनपी तैयारी पर करें। इससे एग्जाम का स्ट्रेस दूर करने में मदद मिलती है।