Ways To Care For Baby Sensitive Skin: बच्चों की सेंसिटिव स्किन की देखभाल करना बहुत मुश्किल होता है। इन तरीकों से करें देखभाल।
Ways To Care For Baby Sensitive Skin: बच्चों की त्वचा काफी नाजुक होती है। जरा सी लापरवाही से बच्चों की त्वचा पर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अक्सर लोग बच्चों की स्किन पर कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर लेते हैं। इस कारण कई बार बच्चों की स्किन पर रैश, फोड़े-फुंसी और कई बार खुजली की समस्या भी हो जाती हैं। बच्चों की त्वचा को एक्सट्रा देखभाल की जरूरत होती है। इनकी स्किन सेंसिटिव होने के कारण त्वचा का खास तौर पर ख्याल रखना पड़ता है। बच्चों की त्वचा का ध्यान रखने के लिए केवल स्नान कराना ही काफी नहीं है बल्कि रोजमर्रा में हम उनकी स्किन पर क्या इस्तेमाल कर रहे हैं, यह भी महत्वपूर्ण है। कई बार अनजाने में हम कई तरह की गलतियां करते रहते हैं। इस कारण बच्चों की स्किन को नुकसान हो सकता है। ऐसे में बच्चों की सेंसिटिव स्किन की देखभाल करने के लिए डॉक्टर के बताए इन तरीकों की मदद ली जा सकती हैं। इन तरीकों को जानने के लिए हमने बात की शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।
जब तक बच्चा घुटनों के बल चलना न शुरू कर दें, तो उन्हें सप्ताह में 3 से 4 बार ही नहलाएं। इससे अधिक उनको नहलाने से त्वचा ड्राई होने के साथ उनको खुजली की समस्या हो सकती है। नहलाने के बजाए रोज बच्चे के डायपर क्षेत्र, जांघों और बगलों को नियमित रूप से गीले वॉशक्लॉथ से साफ करें। वहीं नहलाते समय खुशबू रहित, डाई-मुक्त बेबी वॉश का उपयोग करें।
जी हां, बच्चों की त्वचा नाजुक होती है। ऐसे में कोशिश करें कि डायपर को 3 से 4 घंटे में बदल दें। डायपर बदलने के दौरान कुछ देर के लिए बच्चों को प्राईवेट पार्ट को खुला छोड़ दें और हल्की हवा लगने दें। ऐसा करने से त्वचा को नमी से राहत मिल सकेगी साथ ही बच्चों को इरिटेशन भी कम होगी। नया डायपर बदलने से पहले अच्छे से गीले कपड़े से बच्चे की स्किन को साफ करें।
बच्चों को डायपर रैश हो जाने पर वह काफी चिड़चिड़े होने के साथ परेशान भी हो जाते हैं। ऐसे में इस समस्या से बचाव के लिए डायपर बदले से पहले उनके प्राइवेट पार्ट को हल्के गुनगुने पानी से धोएं। बच्चों के डायपर को जल्दी बदले। अगर आप कपड़े के डायपर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो केमिकल युक्त डिटर्जेन्ट पाउडर के इस्तेमाल से बचें। धोने के बाद डायपर को धूप में सुखाएं। जिससे वह बैक्टीरिया रहित हो सकें।
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यदि आपका बच्चा 6 महीने से छोटा है, तो उसे जितना संभव हो सके सीधी धूप से दूर रखें। धूप से बचाने के लिए बच्चों को कॉटन के झबले, शर्ट, पैंट और टोपी जैसे धूप से बचाने वाले कपड़े पहनाकर बाहर लेकर जाएं। बच्चों की स्किन काफी कोमल होती है। ऐसे में धूप में ले जाने से उनकी स्किन पर रैश, जलन और खुजली की समस्या हो सकती हैं।
जिन बच्चों की स्किन सेंसिटिव होती है। उन्हें हरगिज भी ज्यादा मात्रा में मॉइस्चराइजर नहीं लगाना चाहिए। ज्यादा मॉइस्चराइजर लगाने से बच्चों की स्किन पर एलर्जी हो सकती हैं। अगर बच्चे की स्किन ज्यादा रूखी है, तो आप उस क्षेत्र पर पेट्रोलियम जेली लगा सकते हैं। कई बार बच्चों को ज्यादा मॉइस्चराइजर लगाने से त्वचा में जलन पैदा हो सकती है।
सेंसिटिव स्किन के बच्चों की इस प्रकार देखभाल की जा सकती हैं। हालांकि, बच्चों की स्किन पर कुछ भी लगाने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें।
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