What is Sleep Divorce Trend: भारत में शादी का मतलब दो लोगों के एक बंधन में बंधने को होता है। शादी के बाद दो लोग एक ही कमरे में अपनी लाइफ के मोमेंट्स को शेयर करते हैं। खासकर एक कमरे में बेड शेयर करना न सिर्फ रोमांटिक पलों को खूबसूरत बनाता है, बल्कि दो लोगों दिल और दिमाग के करीब भी लाता है। कपल्स पर हुई कई रिसर्च में भी यह सामने आ चुकी है कि एक साथ सोने से दोनों के रिश्ते मजबूत होते हैं। हालांकि इन दिनों कपल्स एक साथ सोने की बजाय अलग-अलग रहना पसंद कर रहे हैं। इसे स्पील डिवोर्स का नाम दिया गया है। इसमें कपल्स साथ न सोकर अलग-अलग सोते हैं। आखिरकार स्लीप डिवोर्स क्या है और यह कपल्स के रिश्ते को सुधारने में कैसे मदद कर सकता है, इस बारे में जानने के लिए हमने मुंबई के वाशी स्थित फोर्टिस और हीरानंदानी अस्पताल के साइकेट्रिस्ट डॉ केदार तिलवे से बातचीत की।
क्या है स्लीप डिवोर्स?- What is Sleep Divorce?
साइकेट्रिस्ट डॉ केदार तिलवे का कहना है कि कपल्स के बीच स्लीप डिवोर्स तब होता जब दोनों में से कोई एक व्यक्ति सही तरीके से नींद नहीं ले पाता है। इस डिवोर्स में कपल्स अपनी हर एक्टिविटी साथ ही करते हैं, लेकिन सोने के लिए अलग-अलग बेडरूम और बिस्तर का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि इस दौरान फिजिकल रिलेशनशिप, पारिवारिक जिम्मेदारियां और बाकी की चीजें ज्यों की त्यों बनी रहती है। कपल्स को कितने लंबे समय तक के लिए स्लीप डिवोर्स लेना है, यह उन पर निर्भर करता है।
इसे भी पढ़ेंः Sania Mirza के तलाक की आई खबर, जानें किन गलतियों के कारण कमजोर पड़ सकता है पति-पत्नी का रिश्ता
कपल्स को क्यों पड़ती है स्लीप डिवोर्स की जरूरत
एक्सपर्ट का कहना है कि दिनभर घर, ऑफिस के काम, परिवार, दोस्त और बच्चों की जिम्मेदारी निभाने के बाद हर इंसान चैन की नींद सोना चाहता है। हालांकि कई बार पार्टनर की आदतों की वजह से कपल्स पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं। इन आदतों में जोर-जोर से खर्राटे लेना, लाइट जलाकर जागना और देर रात तक मोबाइल चलाना शामिल हैं। ऐसे में कपल्स अलग-अलग सोना पसंद करते हैं।
स्लीप डिवॉर्स के फायदे- Sleep Divorce Benefits in Hindi
एक्सपर्ट का कहना है कि स्लीप डिवॉर्स लेने से कपल्स को सिर्फ सही नींद ही नहीं मिलती है, बल्कि यह दोनों के रिश्तों को भी सुधारने में मदद करता है।
स्लीप डिवॉर्स लेने से पार्टनर को अपना पर्सनल स्पेस मिलता है। इससे कपल्स एक-दूसरे के ज्यादा करीब आते हैं और उनके बीच शारीरिक संबंध अच्छे होते हैं।
अलग-अलग सोने से पार्टनर की बुरी आदतें आपको परेशान नहीं करती हैं, जिससे रिश्ते सुधारने में मदद मिलती है।
एक हेल्दी रिलेशनशिप के लिए जरूरी नहीं कि एक ही बेड पर सोया जाए। एक-दूसरे के साथ बिना सोए भी रिश्ते और इंटीमेसी को हेल्दी बनाया जा सकता है।
महीने में 1 से 2 बार स्लीप डिवोर्स लेने से कपल्स इमोशनली ज्यादा कंटेंट कर पाते हैं।
इसे भी पढ़ेंः बॉयफ्रेंड के साथ नहीं बन पा रही है बात, तो ब्रेकअप करने के लिए अपनाएं ये तरीके
स्लीप डिवोर्स के लिए पार्टनर से कैसे बात करें?
भारत जैसे देश में पार्टनर का एक-दूसरे के साथ बेड शेयर न करना रिश्तों में दूरियां समझा जाता है। हालांकि एक कपल के तौर पर आप दोनों की जरूरत को समझते हैं, तो रिश्तों में दूरी आने का सवाल ही नहीं हैं। कपल्स इस बारे में बात कर सकते हैं कि अच्छी नींद नहीं लेने की वजह से आपकी सेहत कितनी ज्यादा खराब हो रही है।
Image Credit: Freepik.com
With Inputs: Dr Kedar Tilwe, Consultant Psychiatrist, Fortis Hospital Mulund & Hiranandani Hospital, Vashi