अक्सर देखा जाता है कि लोग हर प्रकार के सिरदर्द को माइग्रेन समझ लेते हैं, जबकि माइग्रेन एक अलग समस्या है, जिसका एक प्रमुख लक्षण सिरदर्द है। यानी सिरदर्द के अलावा भी माइग्रेन के और कई लक्षण होते हैं। माइग्रेन की समस्या आमतौर पर महिलाओं को ज्यादा होती है। इसे 'अधकपारी' भी कहते हैं, क्योंकि इसमें सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है। यानी माइग्रेन होने पर सिर के बाएं या दाएं, किसी एक हिस्से में दर्द होता है। माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द कई बार बहुत तेज हो सकता है और इसके कारण व्यक्ति को तेज आवाज चुभना, तेज रौशनी चुभने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। फिलहाल तक माइग्रेन को पूरी तरह ठीक करने का कोई सटीक इलाज नहीं उपलब्ध है। लेकिन मेडिकल परामर्श लेकर और जीवनशैली में कुछ बदलाव करके माइग्रेन के कारण होने वाले दर्द और परेशानी को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको माइग्रेन से जुड़ी सभी जरूरी बातें बता रहे हैं।
आम सिरदर्द और माइग्रेन में अंतर? (Difference Between Migraine and Headache in Hindi)
आम सिरदर्द जहां कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाते हैं, वहीं माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द कुछ घंटे से लेकर कुछ दिनों तक बना रह सकता है। इस बीच थोड़े-थोड़े समय में माइग्रेन का दर्द अचानक बढ़ता-घटता रह सकता है। इसके अलावा सामान्य सिरदर्द (Headache) में दर्द अपेक्षाकृत कम होता है और ये दर्द पूरे सिर, माथे और चेहरे के कुछ हिस्से में भी महसूस होता है, जबकि माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द सिर के आधे हिस्से में होता है और बहुत तेज होता है।
जीवनशैली हो सकती है माइग्रेन का कारण (Lifestyle and Migraine)
ज्यादातर मामलों में माइग्रेन का कारण व्यक्ति की जीवनशैली यानी लाइफस्टाइल होता है। लंबे समय तक तनाव भरे माहौल में रहना, लंबे समय से किसी बीमारी की दवाएं खाना, अच्छी नींद न लेना, मौसम में बदलाव आदि माइग्रेन का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा महिलाओं में पीरियड्स और प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव भी माइग्रेन का कारण बन सकते हैं।
इसे भी पढ़ेंः जून के महीने में बढ़ जाता है हीट स्ट्रोक का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका
माइग्रेन क्या होता है (What is Migraine?)
अभी तक विशेषज्ञों को माइग्रेन के सही कारणों का पता नहीं चल सका है। लेकिन अध्ययन बताते हैं कि कुछ जीन्स और वातावरण के प्रभाव से माइग्रेन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा शरीर को दर्द का एहसास कराने वाली कुछ नर्व्स और हार्मोन्स का ठीक से काम न करना भी इसका एक कारण बो सकता है। खासतौर पर सेरोटोनिन हार्मोन को माइग्रेन की वजह माना जाता है, मगर इस पर अभी भी रिसर्च जारी है।
माइग्रेन के लक्षण (Symptoms of Migraine)
- तेज सिरदर्द
- मतली
- उल्टी
- आंखों के आगे अंधेरा छा जाना
- रौशनी से आंखें चुंधिया जाना
- कोई आवाज सुनकर दर्द बढ़ना
- सिर और हाथ-पैरों में सुई चुभने जैसा महसूस होना
इसे भी पढ़ेंः ठंड लगकर बुखार आना पीलिया का है लक्षण, एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका
15 से 55 साल के लोग हैं ज्यादा प्रभावित
अमेरिका के नेशनल हैडएक फाउंडेशन के मुताबिक, वहां करीब चार करोड़ लोगों को माइग्रेन की समस्या है। यह सिरदर्द 15 से 55 वर्ष की आयु के लोगों को अधिक परेशान करता है। ऐसे लोग जिनके परिवार में माइग्रेन का इतिहास है, उन्हें यह बीमारी होने का खतरा तीन चौथाई अधिक होता है। फाउंडेशन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि आधे से कुछ अधिक माइग्रेन पीडि़तों का सही निदान उनके चिकित्सकों द्वारा किया गया। हालांकि, कुछ मामलों में माइग्रन को चिंता से होने वाले सिरदर्द और साइनस सिरदर्द का रूप समझकर इलाज किया गया।
Read More Articles On Other Diseases in Hindi