आजकाल की खराब जीवनशैली ने महिलाओं में न जाने कितनी ही बीमारियों को जन्म दिया है। उन्हीं बीमारियों में से एक है सफेद पानी या व्हाइट डिस्चार्ज (white discharge) की समस्या । यह समस्या महिलाओं में खराब खानपान तथा ठीक तरीके से शरीर की सफाई न रखने के कारण हो सकती है। “भारत में 70 प्रतिशत महिलाओं को 25 से 30 वर्ष की उम्र के बाद श्ववेत प्रदर की समस्या आती है। वहीं 30 प्रतिशत ऐसे भी मामले हैं जिनमें व्हाइट डिस्चार्ज की परेशानी छोटी उम्र की लडकियों में भी देखने को मिलती है”। व्हाइट डिस्चार्ज को (safed pani ana), श्ववेत प्रदर (swet pradar) तथा ल्यूकोरिया (leucorrhoea) के नाम से भी जानते है। महिलाओं की योनि (vagina) से निकलने वाले सफेद तरल द्रव्य को व्हाइट डिस्चार्ज कहते है।
वैसे तो व्हाइट डिस्चार्ज तो सामान्य रुप से लगभग सभी महिलाओं को होता है। व्हाइट डिस्चार्ज के माध्यम से डेड सेल्स तथा बैक्टीरिया बॉडी के बाहर निकलते हैं। जिससे महिलाओं का यूट्रस एवं पेल्विक अच्छी तरह से प्रजनन करने के लिए तैयार होता है। व्हाइट डिस्चार्ज के कारण ही हार्मोन बनने की प्रक्रिया सामान्य रुप से चलती रहती है। यदि यही व्हाइट डिस्चार्ज सामान्य से अधिक ज्यादा होने लगता है तो यह किसी बीमारी या फिर संक्रमण के कारण होता है। जिसका समय से उपचार लेना बहुत ही जरुरी हो जाता है। महिलाओं में यदि अधिक मात्रा में सफेद रंग का पानी आता है तो यह महिला के योनि तथा गर्भाशय से जुड़ी किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। सफेद पानी आने की वजह से महिलाओं के प्रजनन अंगों में सूजन की समस्या भी हो सकती है। आयुर्वेद में इस तरह की बीमारी को श्वेत प्रदर के नाम से जानते है। इसे महिलाओं में होने वाली बीमारी भी कहते है, जिसमें योनि से सफेद रंग का दुर्गंधुक्त गाढ़ा पानी स्रावित होता है। यह दुर्गंधयुक्त पानी हल्के पीले तथा हल्के लाल रंग का भी हो सकता है जिसमें बहुत ज्यादा बदबू आती है।
ल्यूकोरिया के प्रकार
महिलाओं में सफेद पानी आने की समस्या अर्थात ल्यूकोरिया दो प्रकार का होता है। पहला होता है स्वाभाविक योनिस्राव (Natural vaginal discharge) और दूसरा होता है अस्वाभाविक योनिस्राव (Unnatural Vaginal discharge)
स्वाभाविक योनिस्राव (Natural vaginal discharge)– इस तरह के योनिस्राव में दुर्गन्धरहित चपिचिपा पतला द्रव्य निकलता है जो एक सामान्य प्रक्रिया के अंतर्गत आता है। ओव्युलेशन के दौरान यह स्राव महिलाओं को अधिक महसूस होता है। ऐसे में महिलाओं को किसी उपचार की आवश्यकता नही होती है। केवल इस समय अपने खानपान पर ध्यान देने की जरुरत होती है।
अस्वाभाविक योनिस्राव (Unnatural Vaginal discharge)- अस्वाभाविक योनिस्राव में महिलाओं की योनि से असामान्य रुप से गाढ़ा, दुर्गन्धयुक्त सफेद पानी निकलता है जिसे व्हाइट डिस्चार्ज कहते है। इस समस्या को महिलाओं को अनदेखा नही करना चाहिए । यह एक प्रकार का संक्रमण हो सकता है। जिसको किसी अच्छे स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करके उपचार करवाना चाहिए।
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व्हाइट डिस्चार्ज (ल्यूकोरिया) के लक्षण
व्हाइट डिस्चार्ज के कुछ ऐसे संकते होते है जिसके आधार पर तय हो जाता है कि ल्यूकोरिया के लक्षण हैं।
- महिलाओं के योनिमार्ग में यदि खुजली बनी रहती है तो व्हाइट डिस्चार्ज हो सकता है।
- महिलाओं की योनि से बदबूदार सफेद पानी आता है।
- कमर में लगातार दर्द बना रहता है।
- महिलाओं के आँखों के नीचे काले घेरे (dark circle) बनना।
- महिलाओं की पिंडलियों में खिचाव बना रहना।
- चिड़चिड़ापन होना और बार-बार पेशाब लगाना इत्यादि।
व्हाइट डिस्चार्ज (ल्यूकोरिया) के कारण
महिलाओं में पीरियड्स के बाद और पहले सामान्य रुप से यदि सफेद पानी आता है तो यह एक नेचुरल प्रक्रिया है। परंतु यदि यही सफेद पानी अधिक मात्रा और बदबूदार गंध से साथ लगातार निकलता रहता है तो इसके कई कारण हो सकते है जोकि नीचे दर्शाये गये हैं –
- महिलाओं तथा कम उम्र की लड़कियों में पोषण की कमी तथा अधिक मसालेदार भोजन इसका मुख्य कारण माना जाता है।
- महिलाएं को यदि बार-बार गर्भपात होता है या फिर वे गर्भपात करवाती है तो इस कारण से भी व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
- जिन महिलाओं को डाइबिटीज की समस्या है तो उन महिलाओं की योनि में फंगल यीस्ट नामक इंफेक्शन होने का डर रहता है जिसके कारण भी उन्हें सफेद पानी आने लगता है।
- यदि महिलाएं असामान्य रुप से यौन संबंध स्थापित करती है, तो इस कारण भी व्हाइट डिस्चार्ज होने का खतरा रहता है।
- महिलाओं के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर भी व्हाइट डिस्चार्ज।
- कॉपर टी लगवाने तथा अधिक तनाव से भी सफेद पानी निकलने लगता है।
व्हाइट डिस्चार्ज(सफेद पानी आने) का आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद में महिलाओं की यौन स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार उपलब्ध है। आयुर्वेदिक दवाएं पूरी तरह से नेचुरल होती है। आयुर्वेदिक दवाओं के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं तथा यह बहुत ही लाभकारी होती हैं और रोगों को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह से सक्षम होती हैं।
व्हाइट डिस्चार्ज की आयुर्वेदिक औषधियाँ एवं हर्ब –
- सुपारी पाक
- पुष्यानुग चूर्ण
- मुक्तापिष्टि
- त्रिदोष निवारक आयुर्वेदिक ओषधियाँ
इन सभी औषधियों के अतिरिक्त आयुर्वेद में कुछ थेरेपी भी उपलब्ध है –
- योनि धूपन
- आयुर्वेदिक हर्बल पानी में बैठना
- नीम के काढ़े से सफाई
व्हाइट डिस्चार्ज के घरेलू उपाय
महिलाओं में सफेद पानी आने की समस्या को रोकने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय है। जिसका सहारा लेकर इस परेशानी से निजात पा सकती हैं।
- इस समस्या के निवारण हेतु यदि आप कुछ दिनों तक केले और चीनी को एक साथ मिलाकर इसका सेवन करते है तो व्हाइट डिस्चार्ज से छुटकारा मिल सकता है।
- यदि आप पके केले के साथ मक्खन और घी मिलाकर खाती है तो भी सफेद पानी आने की समस्या से निजात मिल सकती है।
- आंवले का चूर्ण भी काफी फायदेमंद हो सकता है यदि आप इसका नियमित सेवन करती है, व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
- मेथी के बीज भी आपको सफेद पानी की समस्या से राहत दिला सकते है।
- सफेद पानी आने की समस्या से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है की पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
महिला स्वास्थ्य संबंधित समस्या से छुटकारा के लिए आयुर्वेद एक बेहतरीन विकल्प है। यदि आपको भी किसी महिला स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी है तो आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जरुर मिलें।
नोटः– ऊपर बतायें गये सभी उपाय एवं उपचार आशा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा से हुई बातचीत के दौरान प्राप्त हुए हैं।
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