Why Carbs Are Important In Hindi: कार्बोहाइड्रेट के सेवन को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह की धारणाएं हैं। कोई कहता है कार्ब्स का सेवन नुकसानदायक होता है, तो वहीं कुछ लोग कहते हैं यह हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर आप भी इस तरह की बातें अक्सर सुनते हैं और अभी तक कार्बोहाइड्रेट के सेवन को लेकर कंफ्यूज हैं, तो इस लेख में हम आपकी इस कंफ्यूजन को दूर करेंगे। लेकिन इससे पहले आपको यह जानने की आवश्यकता है कि कार्बोहाइड्रेट आखिर होते क्या हैं? फिटनेस कोच, न्यूट्रिशनिस्ट और सप्लीमेंट स्पेशलिस्ट "विनीत कुमार" के अनुसार, "शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अपने आहार से पर्याप्त पोषण लेना बहुत जरूरी है। अब इसमें भी 3 मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की बहुत अहम भूमिका होती है- प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट। हमारे शरीर को इन पोषक तत्वों की काफी बड़ी मात्रा में जरूरत होती है। इसलिए इन्हें मैक्रोन्यूट्रिएंट्स कहते हैं। कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट है, जो शरीर में कई फंक्शन के लिए जिम्मेदार होता है।"
कार्बोहाइड्रेट के सेवन को लेकर सही जानकारी न होने की वजह से बहुत से लोग इनके सेवन से बचते हैं। जबकि ये हमारे शरीर के लिए प्रोटीन और फैट के समान ही जरूरी है। लोगों को न्यूट्रिशन से जुड़ी सही देने और उन्हें जागरूक बनाने के लिए ओनलीमायहेल्थ ने एक स्पेशल फिटनेस कैंपेन शुरू किया है, जिसका नाम है "OMH Fitness Guide"। इसमें हम एक्सपर्ट से बातचीत करके लोगों के साथ फिटनेस और एक्सरसाइज, न्यूट्रिशन और डाइट के साथ-साथ ही सप्लीमेंट्स से जुड़ी जरूरी जानकारियां शेयर करते हैं। आज इस कैंपेन की सीरीज "सप्लीमेंट ज्ञान" में हम आपको बताएंगे कार्ब्स लेना शरीर के लिए क्यों जरूरी है।
स्वस्थ शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट क्यों जरूरी होते हैं- Why Carbohydrates Are Important For The Body
न्यूट्रिशनिस्ट विनीत के अनुसार, "कार्ब्स का शरीर में प्रमुख कार्य है आपको एनर्जी प्रदान करना। कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है। जिस तरह एक मशीन को अपना कार्य करने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है, उसी तरह कार्ब्स भी हमारे शरीर में ईंधन का कार्य करते हैं। जब आप कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं, तो यह पचने के बाद ग्लूकोज में परिवर्तित होता है। उसके बाद यह रक्त के साथ मिलकर हमारी कोशिकाओं तक पहुंचता है और शरीर को एनर्जी प्रदान करता है। इसके अलावा, शरीर में इसके कई महत्वपूर्ण कार्य हैं जैसे,
- यह पाचन के दौरान टूटने के बाद ग्लूकोज में बदलता है और मस्तिष्क को ईंधन प्रदान करता है
- कार्बोहाइड्रेट में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जिससे यह पाचन को बढ़ावा देता है
- यह मस्तिष्क और आंत के बीच संचार का काम करता है
- आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं
- जब आप कार्ब्स लेते हैं, तो आप संतुष्ट, शांत और खुश महसूस करते हैं
- यह सेरोटोनिन न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन में भी मदद करता है, जो मूड को कंट्रोल रखने के लिए जरूरी है
- जब आप पर्याप्त कार्ब्स नहीं लेते हैं, तो इससे शरीर में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है
- यह रक्त में शुगर को कंट्रोल करने में बहुत अहम भूमिका निभाता है"
कार्ब्स के प्रकार- Types Of Carbs
न्यूट्रिशनिस्ट विनीत के अनुसार, "आपने अक्सर लोगों को कहते गुड कार्ब्स और बैड कार्ब्स के बारे में बातचीत करते सुना होगा। लेकिन वास्तव में गुड और बैड कार्ब्स जैसी कोई चीज नहीं होती है। वास्तव में कार्ब्स दो प्रकार के होते हैं, पहला सिंपल कार्ब्स और दूसरा कॉम्प्लेक्स कार्ब्स।"
सिंपल कार्ब्स में मैदा से बनी चीजें, चीनी, मिठाई, व्हाइट ब्रेड, बिस्कुट आदि आते हैं। इन्हें सिंपल इसलिए कहा जाता है, क्योंकि ये पचने में आसान होते हैं और बहुत जल्दी पच जाते हैं। आमतौर लोग इन्हें बैड कार्ब्स कहते हैं, क्योंकि इनका सेवन करने से ब्लड शुगर में स्पाइक होती है और भूख भी जल्दी लगती है। यह सही है कि सिंपल कार्ब्स जल्दी पच जाते हैं और कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं। लेकिन कुछ मामलों में यह कई लोगों के लिए लाभकारी भी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति बहुत थका हुआ है, या उसका ब्लड शुगर लेवल सामान्य से कम हो गया है, तो ऐसे में ब्लड शुगर को जल्दी बढ़ाने के लिए आप सिंपल कार्बोहाइड्रेट का सेवन करेंंगे।
कॉम्प्लेक्स कार्ब्स की बात करें, तो इसमें सभी अनाज, डेयरी प्रोडक्ट्स और सब्जियां आती हैं। इन्हें शरीर में पचने और ग्लूकोज में टूटने में काफी समय लगता है। यह ब्लड शुगर लेवल में अचानक स्पाइक का कारण नहीं बनते हैं। बल्कि यह पाचन और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में भी मदद करते हैं। लेकिन अगर आपके शरीर को अगर इंस्टेंट एनर्जी की जरूरत है, तो ऐसे में कॉम्प्लेक्स कार्ब्स की बजाए और सिंपल कार्ब्स का विकल्प ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी डाइट में 80-85% कॉम्प्लेक्स कार्ब्स लेने चाहिए। बाकी आप थोड़ा बहुत सिंपल कार्ब्स भी ले सकते हैं। इस तरह कार्ब्स के संतुलित सेवन से सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता है। लेकिन अगर, आप सिंपल कार्ब्स का सेवन अधिक करते हैं, तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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क्या वजन घटाने के लिए कार्ब्स ले सकते हैं?
जब आप वजन कम करने या शरीर की चर्बी को कम करने की कोशिश कर रहे होते हैं, तो आप पहले से दैनिक कैलोरी की खपत से कम कैलोरी का सेवन कर रहे होते हैं। ऐसे में आपके पहले ही अपना कार्बोहाइड्रेट इनटेक कम किया हुआ होता है। यही कारण है वेट लॉस के दौरान थकान बहुत अधिक महसूस करते हैं। वे एक्सरसाइज के दौरान अपना प्रदर्शन भी ठीक से नहीं दे पाते हैं। ऐसे में आपको कार्बोहाइड्रेट्स की बहुत अधिक जरूरत होती है। इसलिए भले ही आप एक लो कैलोरी डाइट क्यों न ले रहे हों, आपको कार्ब्स का सेवन भी पर्याप्त करना चाहिए।
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क्या कार्ब्स लेने से वजन बढ़ता है?
कार्ब्स लेने से शरीर का वजन या चर्बी बढ़ना इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपनी दैनिक कैलोरी की कुल खपत के अनुसार कितनी कैलोरी का सेवन कर कर रहे हैं। अगर आप अधिक कैलोरी खा रहे हैं और एक्सरसाइज भी नहीं करते हैं, तो इससे निश्चित ही आपका कुछ दिनों में वजन बढ़ने लगेगा। लेकिन अगर आप संतुलित और दैनिक कैलोरी के अनुसार आहार लेते हैं, तो इससे आपका वजन नहीं बढ़ता है।
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