अगर आप हाइपरटेंशन या हाई बीपी के पेशेंट हैं तो डॉक्‍टर की बताई ये 10 बातें जरूर पता होनी चाहिए

यदि आप उच्‍च रक्‍तचाप या हाइपरटेंशन के मरीज हैं तो आपको ज्‍यादा सावधानी बरतनी चाहिए। यहां हम आपको एक्‍सपर्ट के माध्‍यम से 10 जरूरी बातें बता रहे हैं।

Atul Modi
Written by: Atul ModiUpdated at: May 15, 2020 18:29 IST
अगर आप हाइपरटेंशन या हाई बीपी के पेशेंट हैं तो डॉक्‍टर की बताई ये 10 बातें जरूर पता होनी चाहिए

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प्रतिवर्ष, 17 मई विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (World Hypertension Day) के रूप में मनाया जाता है। यह विश्व उच्च रक्तचाप लीग (World Hypertension League) की एक पहल है, जो इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन से संबद्ध है।

हाइपरटेंशन या उच्‍च रक्‍तचाप (High Blood Pressure) एक गंभीर चिकित्‍सा स्थिति है, जिसे साइलेंट किलर भी कहा जा सकता है। क्‍योंकि यह हार्ट अटैक, किडनी फेल्‍योर, स्‍ट्रोक और अंधापन के खतरे को बढ़ाते हैं। यह दुनियाभर में अकाल मृत्‍यु का कारण भी बनते हैं। 

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍ल्‍यूएचओ) के आंकड़ों के मुताबिक, विश्‍व भर में अनुमानित 1.13 अरब लोगों में हाइपरटेंशन है, जिनमें 5 में से एक व्‍यक्ति ही इसे नियंत्रित कर पाता है। हाइपरटेंशन का मुख्‍य कारण अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता और शराब और तंबाकू की खपत हैं।

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उच्‍च रक्‍तचाप क्‍या है: What is Hypertension or High Blood Pressure

यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें धमनी की दीवारों के खिलाफ रक्‍त का बल बहुत अधिक होता है। आमतौर पर जब रक्‍तचाप 140/90 से ऊपर होता है तो इसे हाइपरटेंशन या उच्‍च रक्‍तचाप के रूप में परिभाषित किया जाता है। अगर रक्‍तचाप 180/120 से अधिक है तो यह स्थिति गंभीर मानी जाती है। अक्‍सर शरीर में उच्च रक्तचाप के कोई खास लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। मगर समय के साथ, यदि इसका उपचार न किया जाए, तो यह हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्‍याओं का कारण बन सकता है।

अगर आप उच्‍च रक्‍तचाप या हाइपरटेंशन के पेशेंट हैं यहां हम आपको अपने विशेषज्ञों के माध्‍यम से 10 जरूरी टिप्‍स शेयर कर रहें, जिन्‍हें फॉलो कर आप खुद को फिट रख सकते 

1: डॉक्‍टर मोनालिसा साहू कहती हैं कि, जो हाइपरटेंशन के पेशेंट हैं उन्‍हें खुद का ज्‍यादा ख्‍याल रखना चाहिए। उन्‍हें नियमित रूप से कम से कम 15 मिनट ब्रिक्‍स वॉक (तेज चलना) करना चाहिए।

2: हाई बीपी पेशेंट को नियमित रूप से अपना ब्‍लड प्रेशर चेक करते रहना चाहिए। अगर आपको लगता है कि स्थिति खराब हो रही है तो आपको तुरंत डॉक्‍टर से परामर्श लेना चाहिए।

3: हाइपरटेंशन के मरीज को जंक फूड के सेवन से बचना चाहिए। शराब और तंबाकू का सेवन बिल्‍कुल न करें। शारीरिक निष्क्रियता को खत्‍म करने के लिए रेगुलर एक्‍सरसाइज करें।

4: डॉक्‍टर चंदन केदावत का कहना हैं, उच्‍च रक्‍तचाप के मरीजों को बचाव के लिए ये ध्‍यान रखना है कि हमें पोषक तत्‍वों से युक्‍त भोजन करना चाहिए। फल और सब्जियां नियमित रूप से खाने चाहिए।

5: सवाल ये है कि फल और सब्जियां कितनी मात्रा में तो डॉक्‍टर चंदन कहते हैं कि चार बड़े चम्‍मच भरकर रेगुलर फल या सब्जियां खाना चाहिए। सुबह जल्‍दी उठकर ब्रिक्‍स वॉक जरूर करें। 

6: नमक का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। एक दिन की डाइट में नियमित रूप से 5 से 6 ग्राम नमक ही सेवन करना चाहिए। अगर आप नमक युक्‍त चीजों का ज्‍यादा सेवन करेंगे तो ये आपके लिए ठीक नहीं है।

7: डॉक्‍टर चंदन कहते हैं कि हाई बीपी के मरीजों को प्रिजरवेटिव फूड का सेवन नहीं करना चाहिए क्‍योंकि ये सॉल्‍टी होता है। यानी पैकेज्‍ड फूड कम से कम खाने चाहिए ये हानिकारक होते हैं।

8: डॉक्‍टर चंदन के मुताबिक, हाइपरटेंशन में हार्ट अटैक के अलावा भी कई तरह की समस्‍याएं हो सकती हैं, जैसे आंखों की रोशनी जा सकती और किडनी खराब हो सकती है। इसके अलावा पैरों की नसों में खून जम जाना आदि।

9: डॉक्‍टर तपन घोष कहते हैं कि अनियंत्रित रक्‍तचाप हार्ट अटैक की होने की संभावना को दोगुना कर सकता है। 117 से अधिक रक्‍तचाप दिल की बीमारियों को जन्‍म दे सकता है।

10: दिल्‍ली जैसे महानगरों में 40 प्रतिशत लोगों में हाइपरटेंशन की समस्‍या है। हाइपरटेंशन के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं इसलिए समय-समय पर जांच जरूर करानी चाहिए। इसके साथ-साथ जीवनशैली को स्‍वस्‍थ बनाएं।

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