डायबिटीज एक जटिल समस्या है, जो आमतौर पर खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण होती है। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। लाइफस्टाइल को मैनेज रख इसे कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में फिट दिखने वाले क्रिकेटर्स भी इसकी चपेट से नहीं बच पाए हैं। आइये जानते हैं डायबिटीज से पीड़ित कुछ क्रिकेटर्स के बारे में।
कपिल देव (Kapil Dev)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी कपिल देव डायबिटीज का शिकार रह चुके हैं। कपिल को पिछले 15 सालों से डायबिटीज है, जिसे वे अब तक मैनेज करते आ रहे हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि डायबिटीज होने के बाद से उन्होंने अपना खान-पान और लाइफस्टाइल साधारण और हेल्दी कर लिया है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने का एकमात्र इलाज है। कपिल के मुताबिक डायबिटीज को मैनेज रखना कोई बड़ी बात नहीं है।
वसीम अक्रम (Wasim Akram)
फिट दिखने वाली पाकिस्तानी गेंदबाद वसीम अक्रम 29 साल की उम्र से डायबिटीज को मैनेज करते आ रहे हैं। वसीम साल 1997 में टाइप 1 डायबिटीज डायग्रोस हुए थे। इसके बाद से उन्होंने अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर नियंत्रण लगाया। वसीम के मुताबिक उन्होंने बाहर की चीजें खाने से पूरी तरह से परहेज कर लिया। ब्लड शुगर बैलेंस रखने के लिए वे हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज करते हैं।
क्रायग कुमिंग (Craig Cumming)
न्यूजीलैंड के खिलाड़ी क्रायग कुमिंग भी डायबिटीज के शिकार हैं। उन्हें साल 2006 में टाइप 1 डायबिटीज डायग्रोस हुआ था। जिसके बाद से उन्होंने खुद को मानसिक रूप से मजबूत रखते हुए हेल्दी डाइट लेना, एक्सरसाइज करने के साथ ही खुद को शारीरिक गतिविधियों में शामिल किया। उनकी डायबिटिक स्थिति एक समय पर ऐसी हो गई थी कि उन्हें इंसुलिन तक का सहारा लेना पड़ता था।
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क्रैइग मैकमिलियम (Craig McMillan)
न्यूजीलैंड के खिलाड़ी क्रैइग मैकमिलियम भी कम उम्र में ही डायबिटीज का शिकार हो गए थे। दरअसल, उन्हें 15 वर्ष की उम्र में ही टाइप 1 डायबिटीज हो गई थी। जिसके बाद से उन्होंने अपनी फिटनेस पर और ज्यादा ध्यान देना शुरु किया। ब्लड शुगर लेवल को मैनेज रखने के लिए उन्होंने एक्सरसाइज करने के साथ ही हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन भी पालन किया।